scriptपहले जांच के लिए कतार, फिर पुलिंदों में उलझती रिपोर्ट | First queue for investigation, then report getting entangled in bundle | Patrika News

पहले जांच के लिए कतार, फिर पुलिंदों में उलझती रिपोर्ट

locationअजमेरPublished: Oct 10, 2021 01:51:19 am

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CP

जेएलएन अस्पताल में रोगियों की विभिन्न जांच रिपोर्ट देने के नहीं माकूल इंतजाम

पहले जांच के लिए कतार, फिर पुलिंदों में उलझती रिपोर्ट

पहले जांच के लिए कतार, फिर पुलिंदों में उलझती रिपोर्ट

अजमेर. मौसमी बीमारियों के साथ डेंगू, मलेरिया की जांच के लिए मरीजों को कतारों के बीच से गुजरने के बावजूद आगे की राह सुगम नहीं है। सुबह के अस्पताल में आया मरीज दोपहर 12.30 बजे तक रक्त का सैंपल देने के लिए कतार में खड़े रहने को मजबूर है। मगर इससे ज्यादा दुरूह सैंपल के बाद जांच रिपोर्ट प्राप्त करने की कवायद है। यहां रिपोर्ट देने वाला कोी नहीं मिलता, बल्कि स्वयं रोगी को कागजों के पुलिदों में से अपनी जांच रिपोर्ट तलाशनी पड़ती है।
अजमेर के जवाहर लाल नेहरू अस्पताल की सैन्ट्रल लैब में शनिवार को भी हालात बेहद खराब नजर आए। यहां लैब के आसपास दुर्गन्ध बनी है। कतारों में खड़े रहने वाले मरीजों के भी पसीने छूट रहे हैं। रिपोर्ट कलेक्शन कक्ष में भी ना कर्मचारी बैठ पाते हैं ना मरीज ठहर पाते हैं।
सैंपल देने में ही सुबह से हो जाती है दोपहर

चिकित्सक से परामर्श के बाद खून के सैंपल देने के लिए लम्बी कतारों से मरीज को गुजरना पड़ रहा है। सैंपल के लिए भी लम्बी कतार के बाद शाम को रिपोर्ट देने के समय भी कतार में खड़े रहने को मजबूर होना पड़ रहा है।
कागजों में खो जाती है जांच रिपोर्ट

मैन पावर की कमी के चलते अस्पताल की सैन्ट्रल लैब से करवाई जांचों की रिपोर्ट के लिए भी मरीज कक्ष 119, 120, 121 के चक्कर लगाता रहता है। इसके बाद सभी जांच रिपोर्टों के पुलिंदों में से मरीज को खुद ही अपनी रिपोर्ट छांटनी पड़ती है। कई बार एक ही नाम के अलग-अलग मरीजों की जांच रिपोर्ट आपस में बदल जाती है।
संक्रमण का भी खतरा

मरीजों की भीड़ व आपस में सट कर खड़े रहने से कोविड संक्रमण का भी खतरा उत्पन्न हो सकता है। ऐसे में सावधानी बरतने की जरूरत है। उधर, अस्पताल प्रशासन को जांच रिपोर्ट देने के लिए अलग से किसी कार्मिक को नियुक्त करना चाहिए।
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