ऑनलाइन कम्पनियों को चूना लगाने वाले अन्तरराज्यीय गिरोह के पांच शातिर गिरफ्तार
डिलीवरी बॉय से मिलीभगत कर लगाया करोड़ों रुपए का चूना, खुद ही मंगवाते सामान, ब्रांडेड निकाल कर डालते थे नकली प्रोडक्ट, सामान लौटाकर रिटर्न भी कर रहे थे क्लेम

अजमेर.
गंज थाना पुलिस ने ऑनलाइन उत्पाद की बिक्री करने वाली बड़ी कम्पनियों को चूना लगाने वाले अन्तरराज्यीय ठग गिरोह का खुलासा किया है। गिरोह ब्रांडेड कम्पनी के असली उत्पाद को उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के बजाए उसे नकली उत्पाद से बदल वापस भेज कम्पनी को चपत लगा रहे थे। मामले में गुरुवार को रिपोर्ट मिलने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गिरोह का पर्दाफाश कर दिया।
वृत्ताधिकारी (दरगाह) रघुवीर प्रसाद ने बताया कि पुष्कर रोड ई-कार्ट सर्विसेज प्रा. लि. के टीम लीडर संदीप जयसवाल पुत्र रामगोपाल कलाल ने 24 दिसम्बर को रिपोर्ट दी कि उनकी कोरियर कम्पनी में काम करने वाले डिलीवरी बॉय ने गैंग से सांठगांठ कर रखी है। डिलीवरी बॉय कम्पनी के असली प्रोडक्ट को बैकिंग से निकाल कर उसी पैकेट में नकली माल डाल देते थे। इसके बाद ग्राहक द्वारा नहीं लेना बताकर वापस कोरियर कम्पनी में जमा करवा देते हैं। गिरोह इस करतूत से ब्रांडेड कंपनी का काफी सारा असल माल जमा कर लाखों रुपए की चपत लगा चुका है।
रिपोर्ट मिलते ही गठित टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए डिलीवरी बॉय सरवाड़ सनोदिया निवासी शैतान खटीक पुत्र तेजूराम खटीक को गिरफ्तार किया। शैतान की निशानदेही पर गिरोह के हनुमानगढ़ गोगामेड़ी भरवाणा निवासी रविन्द्र उर्फ रवि पुत्र जयसिंह, हरियाणा फतेहाबाद सिटी भट्टू खुर्द निवासी अनूप कुमार पुत्र ओमप्रकाश जाट, सिरसा नाथूश्री चोपटा गंजारूपाणा निवासी रविन्द्र उर्फ सोनू पुत्र श्यामलाल, सिरसा डीग मंडी निवासी विकास पुत्र भरत सिंह जाट को गिरफ्तार किया गया।
इतना सामान बरामद
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से ओरिजनल एप्पल स्मार्ट वॉच, एप्पल आईपोड व उसके हूबहू डुप्लीकेट प्रोडक्ट के पैकेट बरामद किए। पुलिस आरोपियों से गहनता से पड़ताल में जुटी है। कार्रवाई में एएसआई बलदेव चौधरी, हैडकांस्टेबल सुखदेव, सिपाही नन्दकिशोर, राजेश कुमार शामिल थे।
यूं देते हैं वारदात अंजाम
सीओ रघुवीर प्रसाद ने बताया कि गिरोह ऑनलाइन उत्पाद बेचने वाली फ्लिपकार्ट के ग्राहकों की ऑनलाइन डिलीवरी के दौरान डिलीवरी बॉय से मिलीभगत कर असली सामान को निकाल कर उनमें उसी प्रोडक्ट के हू-ब-हू मिलता हुआ नकली प्रोडक्ट डालकर कम्पनियों व ग्राहकों को लाखों रुपए की चपत लगाते थे। गैंग असली उत्पाद निकालने के बाद नकली माल डालकर उसकी पैकिंग वापस कर लौटा देते थे।
कमीशन के लालच में मिलीभगत
सीओ रघुवीर प्रसाद ने बताया कि गैंग ने डिलीवरी बॉय शैतान खटीक से सम्पर्क साधा। उसे कमीशन का लालच दे अपने साथ शामिल कर लिया। गैंग के बाकी सदस्य फ्लिपकार्ट से ब्रांडेड कम्पनी के उत्पाद मंगवाते। माल डिलीवरी के लिए आता उससे पहले उससे मिलता हुआ नकली उत्पाद बाजार से खरीद लेते। प्रोडक्ट शैतान के हाथों में आते ही वह होटल में ठहरे गिरोह के सदस्यों को थमा देता। कुछ मिनटों में ही गिरोह पार्सल के अन्दर का असली प्रोडक्ट बदल पुन: पैकिंग कर शैतान को थमा देते। शैतान उपभोक्ता की ओर से उत्पाद लेने से नकारने का हवाला देकर पुन: लौटा देता था।
कोड मिसमैच से हुआ खुलासा
कोरियर कम्पनी पर लगातार उत्पाद के रिटर्न की संख्या बढ़ती चली गई। जब ऑनलाइन कम्पनी ने रिटर्न हुए उत्पाद के कोड की जांच की तो अजमेर से रिटर्न होने वाले उत्पाद के कोड का मिलान नहीं हुआ। जब अजमेर से लौटाए गए उत्पाद की जांच की तो कम्पनी प्रबंधन की आंखें खुली रह गई। कोरियर कम्पनी संचालक संदीप जयसवाल ने जांच की तो सर्वाधिक प्रोडक्ट शैतान खटीक के निकले। उसने गंज थाने में रिपोर्ट देकर शैतान को पुलिस के हवाले कर दिया।
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