गुरुवार शाम तक कचहरी रोड स्थित पेट्रोल पम्प पर गोलियां बरसाने वाले बदमाशों का सुराग नहीं लग सका। खास बात यह रही कि बदमाश पूरी तैयारी के साथ वारदात अंजाम दी। मुंह पर नकाब पहनने के साथ-साथ ही बदमाश बाइक भी बिना रजिस्ट्रेशन नम्बर वाली लेकर आए। ताकि कहीं से भी उनकी पहचान ना हो सके। वारदात के बाद कचहरी रोड पर बस स्टैंड से कुन्दननगर की तरफ गए बदमाश सीआरपीएफ ब्रिज के बाद का सुराग नहीं लग सका। पुलिस की बदमाशों की तलाश सीआरपीएफ ब्रिज, श्रीनगर रोड से तीन दिशा में जाती है लेकिन देर शाम तक भी पड़ताल में जुटी पुलिस को वारदात में कोई दिशा नहीं मिल सकी।
यहां से कहां गए कुन्दन नगर सीआरपीएफ ब्रिज से आगे बाइक सवार बदमाशों का सुराग नहीं लगा। यहां से जहां एक रास्ता कालू की ढाणी जाता है। वहीं दूसरा रास्ता श्रीनगर रोड गुलाबबाड़ी, नसीराबाद रोड लिंक रोड और श्रीनगर रोड से शहर के भीतरी इलाके में आता है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक बदमाश वारदात के बाद शहर से बाहर नहीं निकल सके। पुलिस उनकी सरगमी से तलाश में जुटी है।
एसपी ने देखा अभय कमाण्ड सेन्टर
वारदात के बाद जयपुर से अजमेर पहुंचे एसपी विकास शर्मा ने करीब दो घंटे तक घटनास्थल पर सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद पम्प संचालक नवीन गर्ग व उनके पुत्र नमन गर्ग से पड़ताल की। इसके बाद एसपी शर्मा ने अभय कमांड सेंटर में तकनीकी एक्सपर्ट के साथ पम्प से मिले सीसीटीवी फुटेज को जूम कर बारीकी से देखा। हालांकि पुलिस की टीमें बदमाशों के हुलिए से लेकर तमाम दिशा में पड़ताल में जुटी है। ताकि हमलावरों की पहचान के बाद गिरोह के मुख्य आरोपियों तक पहुंचा जा सके।
वारदात के बाद जयपुर से अजमेर पहुंचे एसपी विकास शर्मा ने करीब दो घंटे तक घटनास्थल पर सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद पम्प संचालक नवीन गर्ग व उनके पुत्र नमन गर्ग से पड़ताल की। इसके बाद एसपी शर्मा ने अभय कमांड सेंटर में तकनीकी एक्सपर्ट के साथ पम्प से मिले सीसीटीवी फुटेज को जूम कर बारीकी से देखा। हालांकि पुलिस की टीमें बदमाशों के हुलिए से लेकर तमाम दिशा में पड़ताल में जुटी है। ताकि हमलावरों की पहचान के बाद गिरोह के मुख्य आरोपियों तक पहुंचा जा सके।
पम्प संचालक ने नहीं दी शिकायत पुलिस पड़ताल में आया कि पम्प संचालक नवीन गर्ग के पुत्र नमन को दो दिन से इन्टरनेट कॉल आ रहे थे लेकिन नमन कॉल रिसीव नहीं कर रहा था। नमन के ताऊ अरूण गर्ग ने इंटरनेट कॉल रिसीव किया तो उन्हें लगातार धमकाने और पांच करोड़ रुपए की डिमांड जैसे बातें सामने आई। पुलिस को वारदात में पारिवारिक रंजिश, लेनदेन और विवाद का भी संदेह है। पुलिस इस दिशा में भी नमन, नवीन गर्ग और अरूण गर्ग से पड़ताल में जुटी है।
संदिग्धों से भी पूछताछ
प्रकरण के अनुसंधान में जुटी पुलिस ने कुछ संदिग्धों को भी हिरासत में लिया है। पुलिस उनसे भी गहनता से पड़ताल में जुटी है। गौरतलब है कि गत वर्ष गर्ग परिवार से जिनसे भी विवाद रहा। पुलिस उनको थाने लाकर पूछताछ कर रही है। वहीं गर्ग परिवार से भी किसी से लेनदेन और विवाद के संबंध में गहनता से पड़ताल की जा रही है।
प्रकरण के अनुसंधान में जुटी पुलिस ने कुछ संदिग्धों को भी हिरासत में लिया है। पुलिस उनसे भी गहनता से पड़ताल में जुटी है। गौरतलब है कि गत वर्ष गर्ग परिवार से जिनसे भी विवाद रहा। पुलिस उनको थाने लाकर पूछताछ कर रही है। वहीं गर्ग परिवार से भी किसी से लेनदेन और विवाद के संबंध में गहनता से पड़ताल की जा रही है।
कार्रवाई में यह है टीम एसपी विकास शर्मा ने प्रकरण में सहायक पुलिस अधीक्षक(शहर) सीताराम प्रजापत के निर्देशन में सीओ प्रियंका रघुवंशी, सीओ दक्षिण मुकेश सोनी, सहायक पुलिस अधीक्षक अजमेर ग्रामीण सुमित मेहरड़ा व सिविल लाइन थानाप्रभारी अरविन्द कुमार चारण के अलावा जिला स्पेशल टीम काम कर रही है।
इनका कहना है…
पम्प पर फायरिंग की वारदात से जुड़े तमाम तथ्यों पर काम किया जा रहा है। दोनों युवकों ने खुद को पूरी तरह से नकाब में ढक रखा था। संदिग्धों से पड़ताल की जा रही है। जल्द ही वारदात का खुलासा किया जाएगा।
पम्प पर फायरिंग की वारदात से जुड़े तमाम तथ्यों पर काम किया जा रहा है। दोनों युवकों ने खुद को पूरी तरह से नकाब में ढक रखा था। संदिग्धों से पड़ताल की जा रही है। जल्द ही वारदात का खुलासा किया जाएगा।
विकास शर्मा, पुलिस अधीक्षक अजमेर