एसीबी ने 7 सितंबर को आर. पी. सिंह (निलंबित कुलपति) और उसके दलाल रणजीत को 2.20 लाख रुपए की घूस के साथ गिरफ्तार किया था। इससे पहले सिंह ने 2 जुलाई 2020 को प्री.बजट की बैठक में कई नए प्रस्ताव पारित कराए थे। इन्हें अमली जामा पहनाने से पहले ही वह एसीबी के हत्थे चढ़ गया।
यह हुए थे खास फैसले
-विवि परिसर में एक बीघा जमीन पर 2 करोड़ रुपए से बनेगा संविधान पार्क
-नरवर गांव के बूल्या तालाब का जीर्णोद्धार
-विवि परिसर में तालाब बनाकर संरक्षित किया जाएगा बरसात का पानी
-भारती निवास के समक्ष 15 लाख रुपए से हाईटेक नर्सरी
-परिसर में कचरा निष्पादन और कम्पोजिट खाद के लिए वाहन संचालन
-प्रथम चरण में बनाए जाएंगे दस स्मार्ट क्लासरूम
-विवि की भूमि से अतिक्रमण हटाकर चारदीवारी निर्माण
-फिजिक्स, भूगोल, गणित, बीपीएड और कला संकाय में सुविधाएं
-पत्रकारिता विभाग में 7.30 लाख रुपए से रिकॉर्डिंग स्टूडियो
-परिसर में फुटबॉल मैदान, 400 मीटर का एथलेटिक्स ट्रेक
-एकलव्य भवन में इंडोर स्पोट्र्स सुविधाएं
-विवि परिसर में एक बीघा जमीन पर 2 करोड़ रुपए से बनेगा संविधान पार्क
-नरवर गांव के बूल्या तालाब का जीर्णोद्धार
-विवि परिसर में तालाब बनाकर संरक्षित किया जाएगा बरसात का पानी
-भारती निवास के समक्ष 15 लाख रुपए से हाईटेक नर्सरी
-परिसर में कचरा निष्पादन और कम्पोजिट खाद के लिए वाहन संचालन
-प्रथम चरण में बनाए जाएंगे दस स्मार्ट क्लासरूम
-विवि की भूमि से अतिक्रमण हटाकर चारदीवारी निर्माण
-फिजिक्स, भूगोल, गणित, बीपीएड और कला संकाय में सुविधाएं
-पत्रकारिता विभाग में 7.30 लाख रुपए से रिकॉर्डिंग स्टूडियो
-परिसर में फुटबॉल मैदान, 400 मीटर का एथलेटिक्स ट्रेक
-एकलव्य भवन में इंडोर स्पोट्र्स सुविधाएं
इस साल कम हुई है बरसात, दिखेगा 2021 में असर अजमेर. अजमेर जिले में साल 2020 में मानसून मेहरबान नहीं रहा है। जिला औसत बरसात के 550 मिलीमीटर आंकड़े से दूर रहा। कई तालाब-बांध खाली पड़े हैं। साल 2021 में इसका असर देखने को मिलेगा।
स्काईमेट, मौसम विभाग सहित कई संस्थाओं ने इस साल 92 से 94 प्रतिशत तक बरसात की भविष्यवाणी की थी। लेकिन अजमेर जिले में मानसून जमकर नहीं बरसा। इस बार 1 जून से 30 सितंबर तक अजमेर शहर सहित जिले के किसी हिस्से में ताबड़तोड़ बरसात या बाढ़ जैसे हालात नहीं बने।
स्काईमेट, मौसम विभाग सहित कई संस्थाओं ने इस साल 92 से 94 प्रतिशत तक बरसात की भविष्यवाणी की थी। लेकिन अजमेर जिले में मानसून जमकर नहीं बरसा। इस बार 1 जून से 30 सितंबर तक अजमेर शहर सहित जिले के किसी हिस्से में ताबड़तोड़ बरसात या बाढ़ जैसे हालात नहीं बने।