केसरगंज गोल चक्कर से बाटा तिराहा के बीच मात्र मात्र 300 मीटर का फासला है। लेकिन जाम की स्थिति में चंद मिनट का रास्ता तय करने में पसीने छूटते हैं। यह तब, जब यहां क्लॉक टावर पुलिस थाने की केसरगंज पुलिस चौकी, यातायात पुलिस का नाका है। त्यौहारी सीजन में मार्ग पर व्यापारियों के अतिक्रमण से फुटपाथ ही सुरक्षित नहीं बचा। बाजार आने वाले पैदल राहगीर के लिए निकलने व दुपहिया वाहन खड़ा करने की जगह ही नहीं बची है।
…आदेश हुए कागजी गत 11 अक्टूबर को तत्कालीन पुलिस अधीक्षक जगदीशचन्द्र शर्मा ने शहर में यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए विशेष अभियान चलाने की घोषणा की थी। एसपी के बदलते ही यातायात पुलिस ने भी अभियान की दिशा बदल दी। अब शहर के बाजार में फुटपाथ पर सामान रखकर व्यापारी ग्राहकों का इंतजार कर रहे हैं।
कौन जिम्मेदार. . .
शहर की सड़कों के फुटपाथ पर अतिक्रमण के लिए जिम्मेदार कौन, यह बड़ा सवाल है। जहां यातायात पुलिस यातायात को सुचारू बनाए रखने की बात करती है वहीं पुलिस चौकी क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए। उसी तरह फुटपाथ को अतिक्रमण मुक्त बनाने में नगर निगम व जिला प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया जाता है।
शहर की सड़कों के फुटपाथ पर अतिक्रमण के लिए जिम्मेदार कौन, यह बड़ा सवाल है। जहां यातायात पुलिस यातायात को सुचारू बनाए रखने की बात करती है वहीं पुलिस चौकी क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए। उसी तरह फुटपाथ को अतिक्रमण मुक्त बनाने में नगर निगम व जिला प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया जाता है।
इनका कहना है… यातायात पुलिस की ओर से यातायात को व्यवस्थित बनाए रखने का प्रयास किया जाता है। फुटपाथ पर अतिक्रमण के लिए नगर निगम व प्रशासन के साथ संयुक्त अभियान चलाया जाता है। फुटपाथ पर अतिक्रमण किया जा रहा है तो उसे हटवाया जाएगा।
पार्थ शर्मा, पुलिस उप अधीक्षक यातायात
पार्थ शर्मा, पुलिस उप अधीक्षक यातायात