गौरतलब है कि पूर्व में भी टाइगर रिजर्व नेशनल पार्क रणथम्भौर से बाघों का झिरी इलाके में विचरण होता आया है। यहां एक-दो महीने रहने के बाद बाघ वापस रणथम्भौर पहुंचने जाते हैं। ऐसे में यहां के ग्रामीणों व वनकर्मी भी ऐसी ही संभावना जता रहे हैं। यहां का जंगल बाघों के लिए मुफीद है। यहां उन्हें शिकार भी पर्याप्त मात्रा में मिल जाता है।
लोगों द्वारा बाघ के विचरण की बात कही जा रही है। वनकर्मियों को भेज जांच कराई जा रही है।- सुनील गुप्ता, डीएफओ, धौलपुर