scriptसचिन पायलट के नाम पर 16 लाख की ठगी, उत्तराखंड लेक्चरर साक्षात्कार में पास कराने की ली गारंटी | Fraud of 16 lakhs in the name of Sachin Pilot | Patrika News

सचिन पायलट के नाम पर 16 लाख की ठगी, उत्तराखंड लेक्चरर साक्षात्कार में पास कराने की ली गारंटी

locationअजमेरPublished: Jan 24, 2022 01:42:19 am

Submitted by:

Dilip

परिणाम में हुए फेल, पैसा वापस मांगने पर जान से मारने की दी धमकी- पुलिस में मामला दर्ज
पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के नाम पर उत्तराखण्ड लेक्चरर साक्षात्कार में पास कराने की गांरटी लेकर 16 लाख रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया है।

बाड़ी. पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के नाम पर उत्तराखण्ड लेक्चरर साक्षात्कार में पास कराने की गांरटी लेकर 16 लाख रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया है। परीक्षा परिणाम में सफलता नहीं मिलने पर पैसे वापस करने की मांग की गई तो उन्हें जान से मारने तक की धमकी दी। इस सबंध में पीडि़त ने बाड़ी सदर थाने में मामला दर्ज कराया है। बाड़ी निवासी ठाकुरदास बंसल ने बताया कि उनके यहां किराए पर वर्ष 2008 से 2010 तक विनोद आबड़ पुत्र निहाल सिंह गुर्जर निवासी संडपुरा रहता था। वह खुद को सचिन पायलट का बेहद करीबी बताता था। उसने कई बार उनके आगे फोन पर सचिन पायलट से बात करने का झांसा भी दिया। कुछ समय बाद उनके दामाद अनिल कुमार ने उत्तराखंड लेक्चरर-2018 की परीक्षा दी। जिसकी जानकारी विनोद को थी। लिखित परीक्षा पास होने के बाद आरोपी विनोद ने ठाकुरदास से कहा कि वह उनके दामाद को इस इंटरव्यू में पास करवा सकता हैं। उनकी सीधी जान-पहचान सचिन पायलट से है। कई बार उसने ऐसे स्वांग भी रचे, जिससे पीडि़त व उसके परिजनों को उसकी गहरी पहचान सचिन पायलट के साथ होने का विश्वास हो गया।
18 लाख की रखी मांग, 16 लाख दिए
पीडि़त ठाकुरदास ने बताया कि आरोपी विनोद द्वारा उन्हें उनके दामाद अनिल को इंटरव्यू में पास कराने के लिए 18 लाख की मांग रखी गई। जिस पर 16 लाख में सौदा तय हुआ। एक दिन विनोद ने फोन कर जल्द से जल्द 16 लाख रुपए पहुंचाने की मांग की। जिस पर एक बार में 6 लाख तथा दूसरी बार में 10 लाख रुपए बंसल अपने दो सहयोगियों सत्येंद्र तथा हरिचंद के साथ मिलकर आरोपी के गांव संडपुरा में नकद पहुंचाए। पीडि़त ने बताया कि 16 लाख रुपए उसके द्वारा दो किस्तों में 2020 को आरोपी को दिए थे। इसकी जानकारी उन्होंने अपने दामाद तक को नहीं दी थी। परीक्षा परिणाम में नहीं हुए पास
पैसे लेने के बाद आरोपी पीडि़त परिवार को आश्वासन देता रहा कि उनका काम हो जाएगा। जैसे ही परीक्षा परिणाम घोषित हुआ तो उसमें उनके दामाद का नाम नहीं था। जिस पर आरोपी से बात की गई तो उसने कहा कि नहीं, आपका काम हो गया है। कोई तकनीकी खराबी है। मैं बात करता हूं। ऐसे करते-करते उसने लंबे समय तक परिवार को टाला, लेकिन जब पीडि़त परिवार द्वारा उनके पैसे वापस करने की मांग दबाव के साथ की गई तो उसने पीडि़त को नौकरी करना भुलाने तथा जान से मारने की धमकी दी। कहा कि मेरे पास कोई भी पैसे नहीं है। गौरतलब है कि पीडि़त राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में वरिष्ठ अध्यापक पद पर कार्यरत हैं। 20 जनवरी को दर्ज कराया मामला
आरोपी द्वारा पैसे वापस ना करने की बात को लेकर जब उसने आरोपी के परिचितों से बात की और उसे अपने पैसे वापस करने के लिए कहा, तब भी आरोपी नहीं माना। जिसके बाद पीडि़त विधायक के पास पहुंचा, तो विधायक ने उन्हें पूरा सहयोग किया। पुलिस में मामला दर्ज कराने की बात कही। पीडि़त ने बताया कि उनके द्वारा जरिए इस्तगासा 20 जनवरी को मामला दर्ज कराया गया है। मामले को लेकर पीडि़त पुलिस अधीक्षक शिवराज मीणा से भी व्यक्तिगत मिले, जिन्होंने जल्द ही आरोपी की गिरतारी एवं मामले को सुलझाने की बात कही। पुलिस द्वारा मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इनका कहना है
ठाकुरदास बंसल ने ठगी का मामला दर्ज कराया है। मामला दर्ज कर जांच आरंभ कर दी गई है।- योगेंद्र सिंह, सदर थाना प्रभारी, बाड़ी

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