तीन-तीन सौ रुपए की वसूली पीडि़त मुकेश कुमावत ने बताया कि भूपेन्द्रसिंह शेखावत व सुखदेव नामक युवक ने पर्यावरण संरक्षण एवं जन कल्याण समिति के नाम से स्वयंसेवी संस्था का गठन कर रखा है। संस्था के जरिए महिलाओं को मसाला प्रोडक्ट पैकिंग का घरेलू उद्योग शुरू कराने के नाम पर हर महिने तीन-तीन सौ रुपए लेकर फार्म भरवाए गए। शेखावत ने स्वयं को चेयरमैन बताते हुए महिलाओं से प्रतिमाह तीन-तीन सौ रुपए की वसूली कर रहा है। पिछले तीन-चार माह से यह सिलसिला चल रहा है। महिलाओं को रोजगार देने का झांसा दिया जा रहा है। महिलाओं का विश्वास जीतने के लिए कुछेक जगह पैकिंग के लिए मसाले भेजे गए, लेकिन उसके बाद ना सप्लाई आई ना पैसे लौटाए।
संस्था का पंजीयन फर्जी ! कुमावत ने बताया कि संस्था का रजिस्ट्रेशन की जांच तो फर्जी निकला ना ही संस्था को कोई लाइसेंस है। उसने बताया कि वह संस्था में चालक था। भूपेन्द्रसिंह ने उसकी पत्नी के दस्तावेज से वीआरएन नम्बर, उद्यम नम्बर, जीएसटी नम्बर बनवाए। अब वह सूर्या फूड उसकी पत्नी के नाम होने का हवाला देकर पैसा उससे वसूलने का दबाव बना रहा है। वह भूपेन्द्र सिंह के कहने पर मसाले खरीदकर लाया और सेंटर पर सप्लाई दी। मसाले को रातों-रात बेचकर उसका पैसे हड़प गए। ना उसे पैसे लौटाए ना मसाले दिए। अब उस पर व स्टाफ की सेलेरी हड़पने की नियत से मसाले खुर्दबुर्द करने का आरोप लगाए जा रहे हैं।
स्टाफ को नहीं दी तनख्वाह उन्होंने बताया कि संस्था में करीब 50 से 60 जनों को बतौर स्टाफ रख लिया गया, लेकिन बीते तीन माह से किसी को भी तनख्वाह नहीं दी। अब उन पर ही मसाले का गबन का आरोप लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सुखदेव नामक युवक उन्हें जेल पहुंचाने की धमकी देते हुए महिलाओं से अभद्र व्यवहार कर रहा है।