तीन माह से थे फरार थानाप्रभारी सुगनसिंह ने बताया कि मई 2022 में दर्ज धोखाधड़ी के मामले में फरार चल रहे पुराना बड़गांव परबतपुरा बाइपास निवासी इशाक मोहम्मद व उसके भाई फारूख मोहम्मद को गिरफ्तार किया। आरोपियों के खिलाफ आदर्शनगर थाने में 31 मई 2022 को हीरा गुर्जर, धर्मेन्द्रसिंह रावत, मोहम्मद इलियास, मानसिंह, इशाक मोहम्मद, मोहन लाल , कालूराम, रतनलाल, सतीश व अन्य ने धोखाधड़ी की रिपोर्ट दी।
खोल रखा था दफ्तर रिपोर्ट में बताया कि आरोपियों ने प्रकाश एन्टरप्राइजेज के नाम से ऑफिस खोल रखा था। जिसमें सोलर लगाने का काम करते हैँ। उन्होंने 20 दिसम्बर 2021 को सोलर लगाने के लिए आवेदन किया। प्रति व्यक्ति 70 हजार लेकर उन्हें बदले में खाली चेक दिए। राशि जमा कराने के बाद भी खेत पर सोलर प्लांट नहीं लगाया। सम्पर्क करने पर ऑफिस व घर पर ताले लगे मिले। पुलिस ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्जकर किया। प्रकरण में उप निरीक्षक कन्हैयालाल, दीवान शीलूकुमार, धर्मेन्द्र, सिपाही प्रताप, प्रहलाद, शुभम ने मुखबिर की सूचना व तकनीकी सहायता से आरोपियों को दबोच लिया।
देते थे सब्सिडी का झांसा थानाप्रभारी सिंह ने बताया कि आरोपियों ने इलेक्ट्रोनिक्स में बीटेक की डिग्री ले रखी है। उन्होंने किसानों को प्रत्येक कनेक्शन पर 2-2 लाख की सरकारी सब्सिडी का झांसा देकर जाल में फांसा। ऐसे में प्रति किसान 70 हजार रुपए का अग्रिम भुगतान लेकर उन्हें सरकारी योजना का लाभ देने के लिए आश्वस्त कर देते हैं। बदले में प्रकाश एन्टरप्राइजेज का खाली चेक देकर विश्वास जीत लेते थे।
तीन जिलों में नेटवर्क आरोपियों ने ठगी का नेटवर्क अजमेर समेत भीलवाडा, चितौडगढ में फैला रखा है। उन्होंने शुरुआत भीलवाडा से की। विश्वास के लिए शुरू में 70 हजार में सोलर प्लांट भी लगाए। जिसका सोशल मीडिया पर प्रचार-प्रसार भी किया। इसके बाद चित्तौड़गढ़, अजमेर में ब्रांच खोली। कम्पनी को केन्द्र व राज्य सरकार से पुरस्कार प्राप्त बताकर ऑफिस में फोटो फ्रेम दिखाकर भी लोगों का विश्वास जीतते थे।
हरियाणा, गुजरात में फरारी पुलिस पड़ताल में आया कि आरोपियों ने लाखों रुपए की चपत लगाने के बाद अपना ऑफिस बंद कर दिया। फारूख ने गुजरात व इशाक नूह हरियाणा में फरारी काट रहे थे। पुलिस लगातार आरोपियों का फीछा कर रही थी। बेरोजगारी, कम समय में पैसा कमाने के फेर में दोनों ठगी का राह पर निकल पड़े। आरोपी जोधपुर की सनसिटी एन्टरप्राइजेज के जरिए सोलर प्लांट लगाने का काम कर रहे थे। पुलिस कम्पनी की संलिप्तता पर भी पड़ताल में जुटी है।