प्रदोष शिव चतुर्दशी आज
गुरुवार को प्रदोष और शिव चतुर्दशी रहेगी। ज्योतिषाचार्य पं. घनश्याम शर्मा ने बताया कि संध्या के 1.15 घंटे की अवधि में प्रदोष काल रहता है, जिसमें कि शिव आराधना को सबसे उत्तम फलदायी माना गया है। वहीं, प्रदोष का व्रत भगवान शिव के निमित्त रखा जाता है।
गुरुवार को प्रदोष और शिव चतुर्दशी रहेगी। ज्योतिषाचार्य पं. घनश्याम शर्मा ने बताया कि संध्या के 1.15 घंटे की अवधि में प्रदोष काल रहता है, जिसमें कि शिव आराधना को सबसे उत्तम फलदायी माना गया है। वहीं, प्रदोष का व्रत भगवान शिव के निमित्त रखा जाता है।
इस मौके पर मंदिरों में विशेष झांकियां सजेंगी। वहीं, शनिवार को शनिश्चरी अमावस्या पर पवित्र नदियों में स्नान, तर्पण, शनि आराधना और दान-पुण्य का विशेष फल मिलेगा।
खरीदारी के विशेष मुहूर्त पांच दिसंबर को सर्वार्थसिद्धि, सात को रवियोग, कुमार योग, आठ को कुमार योग, नौ को रवियोग, 12 को रवियोग, सर्वार्थसिद्धि योग, 13 को रवियोग, 14 को अमृतसिद्धि व सर्वार्थसिद्धि योग, 15 को राजयोग, 17 को रवियोग, 18 को रवियोग, सर्वार्थसिद्धि व अमृतसिद्धि योग, 19 को राजयोग, 21 को त्रिपुष्कर, 22 को राजयोग, 24 को कुमार योग, 26 को सर्वार्थसिद्धि योग व 31 दिसंबर को राजयोग रहेगा। इन विशेष योग-संयोगों में खरीदारी चिर स्थाई रहेगी।
खरीदारी के विशेष मुहूर्त पांच दिसंबर को सर्वार्थसिद्धि, सात को रवियोग, कुमार योग, आठ को कुमार योग, नौ को रवियोग, 12 को रवियोग, सर्वार्थसिद्धि योग, 13 को रवियोग, 14 को अमृतसिद्धि व सर्वार्थसिद्धि योग, 15 को राजयोग, 17 को रवियोग, 18 को रवियोग, सर्वार्थसिद्धि व अमृतसिद्धि योग, 19 को राजयोग, 21 को त्रिपुष्कर, 22 को राजयोग, 24 को कुमार योग, 26 को सर्वार्थसिद्धि योग व 31 दिसंबर को राजयोग रहेगा। इन विशेष योग-संयोगों में खरीदारी चिर स्थाई रहेगी।