शहर में एेसे तमाम पर्यटन स्थल है जिनमें खास-तौर पर तारागढ़, बूढ़ा पुष्कर, अजयसर स्थित अजयपाल, फॉयसागर व सावित्री माता मंदिर जैसे तमाम वो नाम है जहां पर युवतियां अकेले जाने में डर महसूस करती है।सुनसान इलाकों में नहीं कोई विशेष सुविधा
यह पर्यटन स्थल शहर से दूर बने होने के कारण यहां से निकलने वाले सूनसान इलाकों में महिलाओं से सम्बन्धित विशेष सुविधाएं नहीं होने के कारण सूनसान इलाकों से रात में तो क्या दिन में भी अकेले जाने से कतराती है युवतियां।
असामाजिक तत्वों का रहता है जमावड़ा अधिकतर पर्यटन स्थल शहर से बाहरी इलाकों में बने होने के कारण इन इन स्थलों पर असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है एेसे में इन स्थलों पर जाने में युवतियां हिचकती हैं।
खास तौर पर नशेड़ी व खानाबदोशों ने इन इलाकों को अपना अड्डा बना रखा है । साधनों का अभाव पर्यटन स्थल शहर से बहुत दूरी पर स्थित होने के कारण अव्वल तो महिलाएं वहां अकेले जाने में कतराती है साथ ही वहां तक पहुंचने के लिए टैम्पो ,सिटी बस व अन्य साधनों के अभाव में युवतियों को वहां अकेले पहुंचने में मुश्किल का सामना करना पड़ता है।
चौपाटी व बारादरी तक सिमटी युवतियां शहर के मध्य में बने चौपाटी व बारादरी तक युवतियां जाने में संकोच महसूस नहीं करती है क्योंकि यह शहर के बीचों बीच बने होने के साथ ही अधिक संख्या में पर्यटकों की आवाजाही के कारण किसी तरह का डर नहीं रहता है। लेकिन यहां भी पुलिस गश्ती दल के सीमित दायरे के चलते यहां भी युवतियों को समय व्यतीत करने के लिए समय सीमा में बंधा रहना पड़ता है।