राज्य के सरकारी और निजी इंजीनियरिंग कॉलेज में राजस्थान इंजीनियरिंग एडमिशन प्रोसेस (रीप) के तहत प्रवेश होते हैं। इसके लिए विद्यार्थियों का जेईई मेंस परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य है। विद्यार्थियों को वरीयता सूची के अनुसार कॉलेज और ब्रांच आवंटित की जाती है।
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बारहवीं उत्तीर्ण विद्यार्थियों को दाखिले…
तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री सुभाष गर्ग ने बोर्ड ऑफ गवनर्स की ऑनलाइन बैठक ली। तकनीकी क्षेत्र के विशेषज्ञों ने जेईई मेंस के अलावा 50 प्रतिशत विद्यार्थियों को बारहवीं उत्तीर्ण आधार पर इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश का प्रस्ताव दिया। इसमें बारहवीं के परिणाम के अनुसार वरीयता सूची बनाने और प्रवेश देना शामिल है। बैठक में राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय, एमएनआईटी जयपुर अजमेर सहित अन्य इंजीनियरिंग कॉलेज प्रतिनिधि शामिल हुए। मालूम हो कि पत्रिका ने 20 अप्रेल को ‘ सीटें रही खाली तो संस्थानों में सीधे प्रवेश पर रहेगा जोर ’ शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी।
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इन प्रस्तावों पर भी हुई चर्चा-इंजीनियरिंग-पॉलीटेक्निक कालेज में परफॉरमेंस बेस पर सेमेस्टर में विद्यार्थियों को प्रमोशन
-इंजीनियरिंग कॉलेज में ऑनलाइन और ऑफलाइन परीक्षा
-तकनीकी शिक्षण संस्थानों में वर्चुअल क्लासरूम
-नए सत्र में विद्यार्थियों का प्लेसमेंट
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बीओजी की बैठक में कुछ विशेषज्ञों बारहवीं उत्तीर्ण विद्यार्थियों को अंकों-वरीयता सूची के आधार पर प्रवेश का सुझाव दिया है। इस पर सरकार ही कोई निर्णय ले सकती है।डॉ. यू. एस. मोदानी, प्राचार्य इंजीनियरिंग कॉलेज बड़ल्या