अजमेर जिले में महानरेगा के अन्तर्गत 282 ग्राम पंचायतों में 1 लाख 53 हजार 522 लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाया जा रहा है। बुधवार को इन सभी पंचायतों में डेढ़ लाख से अधिक लोग महानरेगा से जुड़े हुए हैं। इनमें पीसांगन पंचायत समिति की 44 ग्राम पंचायतों में सर्वाधिक 27 हजार 856 लोगों को महानरेगा के तहत काम रोजगार उपलब्ध हो रहा है। वहीं दूसरे नम्बर पर सिलोरा की 31 ग्राम पंचायतों में 22 हजार 476 लोगों को काम मिला हुआ है। मसूदा की 34 ग्राम पंचायतों में 17 हजार 443 लोगों को तथा सरवाड़ की 20 पंचायतों में 16 हजार 83 लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाया गया है। केकड़ी पंचायत समिति की 31 ग्राम पंचायतों में 14 हजार 826, अरांई की 21 ग्राम पंचायतों में 14 हजार 802 लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ है। इसी तरह भिनाय पंचायत समिति की 24 पंचायतों में 15 हजार 752 महिला-पुरुषों को रोजगार उपलब्ध करवाया गया है। जिला परिषद के महानरेगा के एक्सईएन कबीर अख्तर के अनुसार जिले में 282 पंचायतों में 153522 लोग बुधवार को कार्यों पर कार्यरत रहीं।
जवाजा में सबसे कम कम जवाजा पंचायत समिति में 36 ग्राम पंचायतें मगर रोजगार उपलब्ध कराने के मामले में बहुत पीछे है। महानरेगा योजना के तहत काम स्वीकृत कराने की बात हो चाहे काम की जरूरत मगर अजमेर जिले में सबसे कम मात्र 8 हजार 861 लोगों को ही रोजगार उपलब्ध कराया गया है।
सरपंच भी ले रहे हैं रुचि आगामी छह माह में पंचायतराज के चुनाव होने हैं और ऐसे में पंचायतों में अधिकाधिक कार्य स्वीकृत करवाकर रोजगार उपलब्ध कराने के लिए सरपंचों एवं वार्ड पंचों की भूमिका महत्वपूर्ण हैं। ग्राम सभाओं में प्रस्ताव लेकर मनरेगा के तहत कार्य स्वीकृत करवाने वाले सरपंच क्षेत्र में वाहवाही भी लूट रहे हैं।