कैंसर व कार्डियक के हाल प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेज में सुविधा नहीं होने से कैंसर व कार्डियक सर्जरी के लिए मरीजों को मुम्बई, अहमदाबाद, नई दिल्ली, पूना सहित अन्य महानगरों के निजी अस्पताल जाना पड़ रहा है।
अजमेर में नहीं नेफ्र्रोलॉजिस्ट, गेस्ट्रोसर्जन जेएलएन मेडिकल कॉलेज अजमेर में नेफ्रोलॉजिस्ट एवं गेस्ट्रोसर्जन नहीं है। डायलिसिस सेवाएं भी पीपीपी मोड पर कोलकाता की संजीवनी एजेन्सी के माध्यम से संचालित हैं।
अजमेर में नहीं नेफ्र्रोलॉजिस्ट, गेस्ट्रोसर्जन जेएलएन मेडिकल कॉलेज अजमेर में नेफ्रोलॉजिस्ट एवं गेस्ट्रोसर्जन नहीं है। डायलिसिस सेवाएं भी पीपीपी मोड पर कोलकाता की संजीवनी एजेन्सी के माध्यम से संचालित हैं।
चिकित्सा मंत्री के समक्ष सेवा विस्तार की चुनौती चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा के लिए प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में सुपर स्पेशलिटी सेवाओं का विस्तार करना चुनौती है। अजमेर उनका गृह क्षेत्र होने के कारण यहां सुपरस्पेशलिटी सेवाओं को लेकर ज्यादा उम्मीदें हैं। डॉ. शर्मा अजमेर से पहली बार चिकित्सा मंत्री बने हैं।
स्पेशलिटी अजमेर जयपुर जोधपुर उदयपुर कोटा स्वीकृत/स्थिति
न्यूरोलॉजिस्ट 1/1 14/10 1/2 2/1 3/3नेफ्रोलॉजिस्ट 2/1 10/4 0/1 2/1 1/1ऑन्कॉलोजिस्ट नहीं 5/1 0/1 नही नहींऑन्कॉलॉ़जिस्टसर्जन नहीं 10/6 नही नही नहींगेस्ट्रोसर्जन नहीं 5/1 नही नही नहींन्यूरोसर्जन 1/1 2/1 0/1 3/2 3/1कार्डियक सर्जन 1/1 10 नही 3/1 1/1
न्यूरोलॉजिस्ट 1/1 14/10 1/2 2/1 3/3नेफ्रोलॉजिस्ट 2/1 10/4 0/1 2/1 1/1ऑन्कॉलोजिस्ट नहीं 5/1 0/1 नही नहींऑन्कॉलॉ़जिस्टसर्जन नहीं 10/6 नही नही नहींगेस्ट्रोसर्जन नहीं 5/1 नही नही नहींन्यूरोसर्जन 1/1 2/1 0/1 3/2 3/1कार्डियक सर्जन 1/1 10 नही 3/1 1/1
(आंकड़ा स्रोत : संबंधित मेडिकल कॉलेज)
इनका कहना है… विषय विशेषज्ञों की कमी के चलते मेडिकल कॉलेजों में सुपर स्पेशलिस्ट सेवाएं पूरी नहीं मिल पा रही हैं। जल्द ही सभी सुपर स्पेशलिस्ट सेवाएं उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की भी सोच है कि कैंसर, हार्ट आदि सुपर स्पेशलिटी सेवाएं बेहतर हों और मरीजों का नि:शुल्क इलाज हो।
इनका कहना है… विषय विशेषज्ञों की कमी के चलते मेडिकल कॉलेजों में सुपर स्पेशलिस्ट सेवाएं पूरी नहीं मिल पा रही हैं। जल्द ही सभी सुपर स्पेशलिस्ट सेवाएं उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की भी सोच है कि कैंसर, हार्ट आदि सुपर स्पेशलिटी सेवाएं बेहतर हों और मरीजों का नि:शुल्क इलाज हो।
डॉ. सुभाष गर्ग, चिकित्सा शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री