देवनानी ने बताया कि बीसलपुर बांध अजमेर सहित आस-पास जिलों के लिए सालभर पेयजल आपूर्ति का सबसे बड़ा माध्यम है। इस वर्ष बीसलपुर बांध में हर वर्ष की तुलना में कम पानी आने की सूचना निश्चित ललाट पर चिंता की लकीरे पैदा करती हैं। बांध में पानी कम आने का प्रभाव कहीं न कहीं जिलों में पेयजल आपूर्ति पर पड़ रहा है। अजमेर शहर की जनता को तो इसका खमियाजा वर्तमान में भी भुगतना पड़ रहा है। हालात यह है कि वर्तमान में अजमेर शहर की जनता पेयजल के लिए तरस रही है।
चंबल और ब्राह्मणी नदी का पानी बिसलपुर बांध में लाने पर हो काम सरकार की ओर से बीसलपुर बांध के समांतर और कोई वैकल्पिक पेयजल स्रोत पर काम करने की प्रबंल आवश्यकता है। अजमेर शहर में 24 घंटे के अन्तराल से जलापूर्ति की जाने की घोषणा के क्रम में पूर्व में बीसलपुर बांध में ब्राह्मणी नदी का पानी लाने के लिए 146 करोड की योजना की घोषणा भी की थी। इसके अलावा चंबल का पानी लाने की भी अनेक बार बात हुई लेकिन दुर्भाग्य है कि इस महत्ती प्रॉजेक्ट पर अभी तक कार्य प्रारम्भ नहीं हो पाया।