scriptजिले में काबू से बाहर बजरी माफिया | Gravel mafia out of control in the district | Patrika News

जिले में काबू से बाहर बजरी माफिया

locationअजमेरPublished: Jun 22, 2021 12:00:32 am

Submitted by:

Dilip

रोकने-टोकने पर सीधे करते है फायरिंग, हमला होने के डर से आगे आने से कतरा रही संयुक्त टॉस्क फोर्स
जिले में बजरी माफिया ने आमजन ही नहीं पुलिस को भी निशाना बनाना शुरू कर दिया है। माफिया के बढ़ते दुस्साहस को देख भय का माहौल बनने लगा है।

Bajri Mafia Attack on SDM And RAC Jawans in Dudu

बजरी माफियाओं का दुस्साहस: ट्रॉलियां रोकीं तो SDM व RAC के जवानों पर पथराव

धौलपुर. जिले में बजरी माफिया ने आमजन ही नहीं पुलिस को भी निशाना बनाना शुरू कर दिया है। माफिया के बढ़ते दुस्साहस को देख भय का माहौल बनने लगा है। हालांकि प्रशासन वर्षो से चले आ रहे बजरी माफियाओं के रास्तों का चिन्हित करण, रास्ते रोकने-खुदवाने, अस्थाई चौकियां स्थापित करने, जगह-जगह नाकेबंदियों लगाने, शहर के रास्तों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाने की व्यवस्था के प्रयास एक बार फिर से शुरू कर दिए है लेकिन इनका असर कितने दिनों तक रहेगा यह सवाल हर किसी के जेहन में बना हुआ है। शहर ही नहीं कस्बों के आमरास्तों से होकर गुजरने वाले बजरी के ट्रेक्टर-ट्रॉलियों से राहगीरों में मन में भय का माहौल हर समय बना रहता है।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष के जनवरी से जून तक के आंकडों पर नजर डाले तो जिलेभर बजरी दोहन के विरुद्ध पुलिस ने ४२ मामले दर्ज करते हुए ३२ जनों को गिरफ्तार कर ५ ट्रक व ३५ टे्रक्टरों को जब्त किया है। इन प्रकरणों में पुलिस पर हमले के आठ मामले दर्ज हुए है, जिनमें १२ जनों को गिरफ्तार कर १२ ट्रेक्टर जब्त किए गए है।
संयुक्त टॉस्क फोर्स फेल

बजरी परिवहन रोक पाने में जिले में बनी संयुक्त टॉस्क फोर्स पूरी तरह फेल नजर आ रही है। अभी तक संयुक्त टॉस्क फोर्स की ओर से कोई भी बड़ी कार्रवाई देखने को नहीं मिली है। ऐसे में जिला स्तर पर कई बार बैठकें भी आयोजित कर निर्देश दिए गए है, लेकिन कोई भी विभाग बजरी माफिया के आगे आने को तैयार नहीं है।
भरतपुर मार्ग पर लगा रहता है तांता

जिले से बड़ी संख्या में प्रतिबंधित बजरी के वाहनों को भरतपुर मार्ग पर तांता लगा रहता है। मार्ग पर पुलिस चैकपोस्ट पर भी फायरिंग की घटनाएं हो चुकी है और यहां सख्ती का दावा भी किया गया है, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। इतना ही नहीं बजरी माफियाओं की अनियंत्रित रफ्तार के निशाने पर आमजन भी बना हुआ है। मार्ग के गांव जाखी पर गत मार्च माह में राहगीरों पर बजरी के ट्रेक्टर-ट्रॉली चढ़ाने का प्रयास हुआ, जिसमें करीब आधा दर्जन युवक घायल भी हुए। इतना ही नहीं मार्ग पर इस साल करीब आधा दर्जन से अधिक लोग बजरी वाहनों की चपेट में आने पर गंभीर रूप से घायल भी हो चुके है।
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