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राज्य में बजरी खनन की मंजूरी, चंबल के घडिय़ालों के लिए यह बेहद जरूरी

locationअजमेरPublished: Nov 12, 2021 01:38:07 am

Submitted by:

Dilip

प्रदेश में प्रतिबंध होने से जयपुर, आगरा, दिल्ली और समूचे एनसीआर में थी चंबल बजरी की मांग – कम होगी चंबल बजरी की मांग तो घटेगा अवैध खनन – ऐसे में कम होगा अवैध खनन
राजस्थान में बजरी खनन पर लगी रोक आखिरकार लंबे समय बाद हट गई है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने सुरक्षित रखे निर्णय में एम्पावर्ड कमेटी की सभी तरह की सिफारिशों को मानते हुए वैद्य खनन गतिविधियों को मंजूरी दे दी।

Unfair Gravel Mafia

बेखौफ बजरी माफिया

धौलपुर. राजस्थान में बजरी खनन पर लगी रोक आखिरकार लंबे समय बाद हट गई है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने सुरक्षित रखे निर्णय में एम्पावर्ड कमेटी की सभी तरह की सिफारिशों को मानते हुए वैद्य खनन गतिविधियों को मंजूरी दे दी। शीर्ष अदालत के इस बहुप्रतीक्षित फैसले का प्रदेशवासियों को तो इंतजार था ही चंबल के घडिय़ाल व अन्य जीव भी इस फैसले से निहाल होंगे। दरअसल, प्रदेश में अब तक बजरी खनन पर लगी रोक के कारण जयपुर, दिल्ली, आगरा सहित समूचे एनसीआर में चंबल से निकलने वाली बजरी की भारी मांग थी। अब वैध खनन से रोक हटने से प्रतिबंधित चंबल बजरी का खनन कम होगा। इसका फायदा निश्चित रूप से चंबल पर निर्भर जलीय जीवों और पारिस्थितिकी संतुलन को होगा।
अवैध खनन से बेजार चंबल

भारी मांग के कारण चंबल किनारे बड़ी मात्रा में अवैध बजरी खनन हो रहा है। मोटे मुनाफे के लालच में बजरी माफिया चंबल को नोंचने में लगे हैं। इससे घडिय़ालों का प्राकृतिक आवास भी नष्ट हो रहा है। बजरी माफिया के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि वे पुलिस पर भी फायरिंग करने से नहीं चूक रहे। बड़ी संख्या में चंबल रेता से भरी ट्रॉलियां आगरा और भरतपुर मार्ग पर जाती दिख जाती हैं। पुलिस भी इन्हें रोक पाने में अक्षम साबित हो रही है।
रोजाना 10 हजार ट्रक की जरूरत

बजरी कारोबारियों के मुताबिक प्रदेश में रोजाना करीब 10 हजार बजरी ट्रक की जरूरत है। अकेले जयपुर में ही रोजाना 2000 से बजरी ट्रकों की खपत है। इसके अलावा हजारों ट्रक दिल्ली-एनसीआर में खपते हैं।
अवैध बजरी खनन के 3225 वाहन जब्त

खान विभाग ने प्रदेशभर में इस वित्तीय वर्ष में अक्टूबर के पहले पखवाड़े तक 4974 मामले दर्ज कर 5063 वाहन, उपकरण व मशीन आदि जब्त किए। प्रदेश में अवैध खनन के 4974 मामलों में से 3187 मामले अवैध बजरी खनन परिवहन और भंडारण के दर्ज किए गए हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 5063 वाहन, मशीनरी और उपकरण जब्त किए जा चुके हैं। इनमें से अवैध बजरी परिवहन में 3235 वाहन आदि जब्त कर संबंधित पुलिस थानों में सुपुर्द किया गया है।
नेस्टिंग पॉइंट के समीप खनन से परेशानी

चंबल नदी में हो रहे अवैध बजरी खनन से चंबल घडिय़ाल संरक्षित क्षेत्र में जलीय जीवों का सुकून चला गया है। घडिय़ाल व कछुए यहां बजरी में अंडे देते हैं। नदी क्षेत्र में कई स्थानों पर घडिय़ालों के नेस्टिंग पाइंट हैं, लेकिन यहां अवैध बजरी खनन से उनकी प्रजाति संकट में आ गई है।
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