एस्कैप चैनल (नाले) में तोपदड़ा, पालबीसला, श्रीनगर रोड, गढ़ी मालियान, नौ नम्बर पेट्रोल पंप, बिहारी गंज, सुभाषनगर, दौराई ही नहीं खानपुरा से आगे भी अवैध रूप से इंजन व पंप लगा रखे हैं। एस्कैप चैनल की दीवार के आसपास इंजन रखकर खेतों तक पाइन लाइन बिछा रखी है तो कहीं धोरे बनाकर पानी को पहुंचाया जा रहा है।
अजमेर विकास प्राधिकरण, नगर निगम, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, खाद्य सुरक्षा विभाग, कृषि विभाग, पुलिस विभाग आदि महकमों पर है इसकी जिम्मेदारी कि इससे कैसे निजात पाया जाए। अवैध इंजन संचालन, पानी चोरी से आदि को लेकर निगम व पुलिस प्रशासन कार्रवाई कर सकता है। स्वास्थ्य को लेकर चिकित्सा विभाग, कृषि विभाग आदि भी किसानों को जागरूक करें कि गंदे पानी का खेती में उपयोग करने से पूर्व क्या एहतियात बरती जाए, कौनसी फसल से सीधा स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है।
गंदे पानी से पैदा की गई सब्जियों से बच्चों में जलजनित बीमारियों का खतरा बना रहता है। कीटाणु सीधे सब्जियों के सम्पर्क में आने से एवं कृमि के चलते न्यूरो सिस्टिसरकोसिस बीमारी भी हो सकती है। नाले के पानी में बैटरियों व अन्य कैमिकल से लेड की मात्रा भी सब्जियों में बढ़ जाती है। जो बच्चों के लिए घातक है।
उदर रोगों की आशंका इन सब्जियों से स्वास्थ्य को खतरा है। पेट संबंधी बीमारियां, हैजा, पीलिया आदि रोग का खतरा रहता है। स्किन डिजीज होने की भी आशंका रहती है।
-डॉ. अनिल सामरिया, फिजिशियन जेएलएनएच