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इन हरी सब्जियों से सेहत को खतरा, जहरीला पानी होता यहां इस्तेमाल

locationअजमेरPublished: Nov 28, 2017 08:20:43 am

Submitted by:

Prakash Chand Joshi

सब्जियों को नाले के गंदे पानी से पैदा करने से इनमें जहर घुल रहा है। लगातार सेवन से घातक बीमारियां होने का खतरा बना रहता है।

poisonous water use for green vegatable cultivation

poisonous water use for green vegatable cultivation

चंदप्रकाश जोशी/अजमेर।

शहर एवं आसपास के क्षेत्र में गंदे पानी से सब्जियों की पैदावार की जा रही है। एस्कैप चैनल सहित नालों से गंदा पानी भी चोरी कर खेतों में छोड़ा जा रहा है। सर्दियों के दिनों में पालक, मूली, गोभी, गाजर आदि सब्जियों को नाले के गंदे पानी से पैदा करने से इनमें जहर घुल रहा है। इन सब्जियों के लगातार सेवन से घातक बीमारियां होने का खतरा बना रहता है। मगर जिम्मेदार विभागों की अनदेखी के चलते शहरवासियों का स्वास्थ्य दांव पर है।
गंदे पानी में पैदा की जा रही सब्जियों से आमजन के स्वास्थ्य पर पड़ रहे दुष्प्रभाव के बावजूद प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। संबंधित महकमों की ओर से गंदे पानी को फिल्टर कर उपयोग करने को लेकर ना तो प्रेरित किया गया है ना कोई काश्तकार/ कथित लोग आगे आए हैं। गंदा पानी उपयोग करने एवं पत्तेदार सब्जियों की पैदावार होने से गंदा पानी भी जड़ों में जाने की बजाय सीधा पत्तों तक पहुंच रहा है। कुछ जगह तो गंदे पानी में पालक की फसल ही डूबी हुई देखी जा सकती है।
अवैध रूप से लगे हैं पंप/ इंजन
एस्कैप चैनल (नाले) में तोपदड़ा, पालबीसला, श्रीनगर रोड, गढ़ी मालियान, नौ नम्बर पेट्रोल पंप, बिहारी गंज, सुभाषनगर, दौराई ही नहीं खानपुरा से आगे भी अवैध रूप से इंजन व पंप लगा रखे हैं। एस्कैप चैनल की दीवार के आसपास इंजन रखकर खेतों तक पाइन लाइन बिछा रखी है तो कहीं धोरे बनाकर पानी को पहुंचाया जा रहा है।
इन महकमों की है जिम्मेदारी
अजमेर विकास प्राधिकरण, नगर निगम, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, खाद्य सुरक्षा विभाग, कृषि विभाग, पुलिस विभाग आदि महकमों पर है इसकी जिम्मेदारी कि इससे कैसे निजात पाया जाए। अवैध इंजन संचालन, पानी चोरी से आदि को लेकर निगम व पुलिस प्रशासन कार्रवाई कर सकता है। स्वास्थ्य को लेकर चिकित्सा विभाग, कृषि विभाग आदि भी किसानों को जागरूक करें कि गंदे पानी का खेती में उपयोग करने से पूर्व क्या एहतियात बरती जाए, कौनसी फसल से सीधा स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है।
पालक, धनिया, पत्ता गोभी, फूल गोभी, सौंफ, लॉकी, तुरई, टमाटर, मिर्च के साथ कुछ जगह फूलों की खेती भी इसी गंदे पानी से की जा रही है।

बच्चों के स्वास्थ्य को खतरा
गंदे पानी से पैदा की गई सब्जियों से बच्चों में जलजनित बीमारियों का खतरा बना रहता है। कीटाणु सीधे सब्जियों के सम्पर्क में आने से एवं कृमि के चलते न्यूरो सिस्टिसरकोसिस बीमारी भी हो सकती है। नाले के पानी में बैटरियों व अन्य कैमिकल से लेड की मात्रा भी सब्जियों में बढ़ जाती है। जो बच्चों के लिए घातक है।
-डॉ. बी.एस.कर्नावट, विभागाध्यक्ष शिशु औषध विभाग जेएलएनएच
उदर रोगों की आशंका

इन सब्जियों से स्वास्थ्य को खतरा है। पेट संबंधी बीमारियां, हैजा, पीलिया आदि रोग का खतरा रहता है। स्किन डिजीज होने की भी आशंका रहती है।
-डॉ. अनिल सामरिया, फिजिशियन जेएलएनएच
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