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दूल्हे ने पेश की अनूठी मिसाल, थैलेसीमिया रोग ग्रसित दुल्हन से शादी कर बनाया रिकॉर्ड

locationअजमेरPublished: May 18, 2019 03:59:45 pm

Submitted by:

neha soni

पूरे देश का अब तक का यह पांचवा विवाह । इससे पूर्व दिल्ली मुंबई केरल और अहमदाबाद में की हाे चुकी हैं इस प्रकार की चार शादियां।
 

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दूल्हे ने पेश की अनूठी मिसाल, थैलेसीमिया रोग ग्रसित दुल्हन से शादी कर किया रिकॉर्ड कायम

अजमेर। समाज में आमतौर पर यह धारणा रहती है कि किसी रोग ग्रसित युवती को कोई दुल्हन नहीं बनाना चाहता। परिवार ही नहीं समाज के हर तबके से वह लड़की अलग-थलग पड़ी रहती है। लेकिन पुष्कर की वैष्णव धर्मशाला में शनिवार को वैष्णव समाज के सामूहिक विवाह सम्मेलन के दौरान नागौर जिले के मेड़ता के पास धोलेराव गांव निवासी प्रकाश नामक दूल्हे ने बचपन से ही थैलेसीमिया रोग से ग्रसित दुल्हन से विवाह कर मिसाल पेश की। प्रकाश ने नीरू वैष्णव से स्वेच्छा से मंत्रोचार के साथ अग्नि के समक्ष सात फेरे लेकर विवाह रचाया जो एक उदाहरण ही कहा जा सकता है ।
इससे पूर्व दिल्ली अहमदाबाद मुंबई और केरल में इस प्रकार की चार शादियां हो चुकी हैं। नागौर के परबतसर गांव के पास स्थित एक गांव निवासी नेहरू वैष्णव बचपन से ही थैलेसीमिया रोग से ग्रसित बताई जाती हैं। नीरु की देखरेख करने वाले अजमेर रीजन के थैलीसीमिया वेलफेयर सोसाइटी के सचिव ईश्वर पार्वती ने बताया कि नीरू के एक पखवाड़े में 1 लीटर खून चढ़ाया जाता है। वे स्वस्थ हैं और उनका वैष्णव धर्मशाला में सामूहिक विवाह सम्मेलन के दौरान मेड़ता के धोले राव गांव निवासी प्रकाश वैष्णव के साथ विवाह संपन्न हुआ। उनका कहना है कि स्वयं प्रकाश को इस बात की जानकारी है कि उसकी होने वाली दुल्हन के थैलेसीमिया रोग है। उसे प्रत्येक पखवाड़े में खून चढ़ाया जाता है। उसके बावजूद उसने स्वेच्छा से उसे भगवान का वरदान मानकर दुल्हन बनाने पर सहमति दे दी।
यही नहीं वह स्वयं भी कई बार नीरू को खून चढ़ाने के वक्त मौजूद रह चुका है। आमतौर पर समाज के सामूहिक विवाह में दूल्हा दुल्हन का विवाह कराया जाना आम बात है, लेकिन पुष्कर की वैष्णव धर्मशाला में वैष्णव समाज के इस लंबे सामूहिक विवाह सम्मेलन में इस प्रकार का यह देश का पांचवा विवाह संपन्न हुआ है जो एक रिकॉर्ड है। खास बात है कि इन दोनों की शादी से दोनों के परिवार लोग बहुत खुश हैं।

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