सहायक उपनिरीक्षक चेतनसिंह ने बताया कि कुन्दननगर कृष्णा विहार कॉलोनी सईद अली पुत्र उस्मान अली ने रिपोर्ट दी कि उसे एक कॉल आया। कॉलर ने खुदको आर्मी ऑफिसर बताते हुए करीब 40 कैडेट्स के अजमेर आने और गेस्ट हाउस में ठहरने की बात कही। आरोपी ने गेस्ट हाउस में ही खाना खाने की बात कही। बुकिंग पर आरोपी ने उसे अग्रिम भुगतान ऑनलाइन करने के लिए बोला। आरोपी ने उसे गुगल पे अकाउंट नम्बर लेकर एक क्यूआर कोड भेजा। जिसको उसके स्कैन करते ही उसके खाते से 42 हजार रुपए की रकम ट्रांसफर हो गई। आरोपी ने उसका मोबाइल नम्बर ब्लॉक कर दिया।
क्यूआर कोड में झांसा
पुलिस के अनुसार ठग ने क्यूआर कोड के जरिए ठगी की वारदात अंजाम दी। उसने गेस्ट हाउस संचालक को क्यूआर कोड उसके खाते से रकम ट्रांसफर के लिए भेजा। ऐसे में सईद के क्यूआर कोड स्कैन करते ही उसके खाते में रकम आने के बजाए निकासी हो गई। एएसआई चेतन सिंह ने कहा कि लोगों को ऑनलाइन लेनदेन में सावधानी बरतने की जरूरत है।
पुलिस के अनुसार ठग ने क्यूआर कोड के जरिए ठगी की वारदात अंजाम दी। उसने गेस्ट हाउस संचालक को क्यूआर कोड उसके खाते से रकम ट्रांसफर के लिए भेजा। ऐसे में सईद के क्यूआर कोड स्कैन करते ही उसके खाते में रकम आने के बजाए निकासी हो गई। एएसआई चेतन सिंह ने कहा कि लोगों को ऑनलाइन लेनदेन में सावधानी बरतने की जरूरत है।