डेयरी अध्यक्ष ने बताया कि बताया कि राजस्थान की अन्य डेयरियों के सरप्लस दूध से अजमेर में ही दुग्ध उत्पाद बनाए जाएंगे। आरसीडीएफ ने इसकी मंजूरी दे दी है। इससे लोगों को बिना मिलावाट के उत्पाद उपलब्ध होंगे। इससे पशुपालकों एवं उपभोक्ताओं को लाभ होगा। डेयरी के प्लांट की क्षमता 8-10 लाख लीटर प्रतिदिन की है। अजमेर डेयरी द्वारा पशुपालकों को 10 करोड़ का भुगतान जारी किया गया है। आगामी 31 दिसम्बर तक पशुपालकों का समस्त बकाया भुगतान उन्हें प्रदान कर दिया जाएगा।