स्कूल खुलने से एक खुला वातावरण मिलेगा, वहीं साथियों से चर्चा के दौरान नई चीज सीखने को मिलती है। कोरोना के चलते घरों में रहने से बोरियत हो गई है। लेकिन स्कूल संचालकों को एसओपी की पूरी पालना कराना जरूरी है। सानिया, क्लास 12, धौलपुर।
अदिति झा, क्लास 8, धौलपुर। इनका कहना है राज्य सरकार कोरोना की दूसरी लहर के बाद स्कूल खोल रही है। यह अच्छी बात है, लेकिन नजदीक आ रही तीसरी लहर को लेकर बच्चों के लिए बंदोबस्त करना चाहिए। या तो उनको वैक्सीनेट किया जाए या फिर स्कूलों की ओर से एसओपी की पूरी तरह सख्त पालना की जाए। इसके लिए निगरानी व्यवस्था करनी होगी, तभी बच्चे बच पाएंगे। वरना यह खतरनाक हो सकता है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि तीसरी लहर का प्रभाव बच्चों पर पड़ेगा। स्कूल खुलने से बच्चों को पढ़़ाई का माहौल मिलेगा, लेकिन सुरक्षा भी बहुत जरूरी है। इसके लिए राज्य सरकार को सोच समझकर कदम उठाना चाहिए। पूनम जोनवाल, अभिभावक, धौलपुर।