scriptस्कूल खुलने की घोषणा से खुशी, लेकिन मन में एसओपी पालना को लेकर शंका | Happy with the announcement of the opening of the school, but doubts | Patrika News

स्कूल खुलने की घोषणा से खुशी, लेकिन मन में एसओपी पालना को लेकर शंका

locationअजमेरPublished: Jul 24, 2021 12:50:37 am

Submitted by:

Dilip

राज्य सरकार की ओर से कोरोना की दूसरी लहर के बाद स्कूल खोलने की गई घोषणा से अभिभावक सहित विद्यार्थी भी खुश तो हैं, लेकिन उनके मन में तीसरी लहर की आशंका बलवती होने के साथ ही जारी होने वाली एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) की सख्ती से पालना को लेकर घबराहट है।

careful Corona death figures may increase in the district

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धौलपुर. राज्य सरकार की ओर से कोरोना की दूसरी लहर के बाद स्कूल खोलने की गई घोषणा से अभिभावक सहित विद्यार्थी भी खुश तो हैं, लेकिन उनके मन में तीसरी लहर की आशंका बलवती होने के साथ ही जारी होने वाली एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) की सख्ती से पालना को लेकर घबराहट है। परिजनों का मानना है कि स्कूल नहीं खुलने से जहां एक ओर बच्चे पढ़ाई लिखाई भूलते जा रहे हंैं, वहीं उनके मन-मानस पर भी विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। वहीं बच्चों में भी स्कूल नहीं जाने पर चिड़चिड़ापन आ रहा है। उनको समय बिताने के लिए भी घर में ही रहना पड़ रहा है। इससे उनकी कुशलता पर भी बुरा प्रभाव पड़ता दिखाई दे रहा है। हालांकि इस मुद्दों को लेकर राजस्थान पत्रिका ने शहर के अभिभावकों तथा विद्यार्थियों से उनकी राय जानी, जो मिली-जुली सामने आई।
इनका कहना है स्कूल खोलने की घोषणा से काफी खुशी मिल रही है। दो वर्ष से स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। इससे पढ़ाई पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। ऑनलाइन कक्षाओं से पूरी विषय वस्तु समझ नहीं आ पाती है। गजाला खान, क्लास 12, धौलपुर।
इनका कहना है
स्कूल खुलने से एक खुला वातावरण मिलेगा, वहीं साथियों से चर्चा के दौरान नई चीज सीखने को मिलती है। कोरोना के चलते घरों में रहने से बोरियत हो गई है। लेकिन स्कूल संचालकों को एसओपी की पूरी पालना कराना जरूरी है। सानिया, क्लास 12, धौलपुर।
इनका कहना है

अभी छोटे बच्चों के स्कूल नहीं खोलने चाहिए। माता-पिता भी तीसरी लहर को लेकर आशंकित हैं।
अदिति झा, क्लास 8, धौलपुर।

इनका कहना है

राज्य सरकार कोरोना की दूसरी लहर के बाद स्कूल खोल रही है। यह अच्छी बात है, लेकिन नजदीक आ रही तीसरी लहर को लेकर बच्चों के लिए बंदोबस्त करना चाहिए। या तो उनको वैक्सीनेट किया जाए या फिर स्कूलों की ओर से एसओपी की पूरी तरह सख्त पालना की जाए। इसके लिए निगरानी व्यवस्था करनी होगी, तभी बच्चे बच पाएंगे। वरना यह खतरनाक हो सकता है।
कपिल गोयल, अभिभावक, धौलपुर।

इनका कहना है
वैज्ञानिकों का कहना है कि तीसरी लहर का प्रभाव बच्चों पर पड़ेगा। स्कूल खुलने से बच्चों को पढ़़ाई का माहौल मिलेगा, लेकिन सुरक्षा भी बहुत जरूरी है। इसके लिए राज्य सरकार को सोच समझकर कदम उठाना चाहिए। पूनम जोनवाल, अभिभावक, धौलपुर।
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