थानाप्रभारी अरविंदसिंह चारण ने बताया कि कोटा निवासी हार्डकोर अपराधी सत्येन्द्र उर्फ भाया को हाई सिक्योरिटी जेल में मोबाइल फोन के इस्तेमाल के आरोप में गिरफ्तार किया। सत्येन्द्र के खिलाफ जेल प्रशासन ने 13 फरवरी को वार्ड 3 के बैरक नम्बर एक में मिले मोबाइल फोन, सिमकार्ड के मामले में सत्येन्द्र समेत रिछपाल चौधरी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था। बैरक में बरामदगी के वक्त बैरक नम्बर एक में सत्येन्द्र के साथ हार्डकोर अपराधी रिछपाल चौधरी भी मौजूद था। रिछपाल के अन्य प्रकरण में कोर्ट की ओर से जमानत होने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर अनुसंधान किया। अनुसंधान के बाद उसे अदालत ने रिहा कर दिया जबकि बरामद मोबाइल फोन और सिमकार्ड की एफएसएल रिपोर्ट में उसका इस्तेमाल सत्येन्द्र उर्फ भाया की ओर से किया जाना प्रमाणित पाया गया। सत्येन्द्र के खिलाफ जुर्म प्रमाणित पाए जाने पर अनुसंधान अधिकारी हैडकांस्टेबल अर्जुलसिंह ने सोमवार को उसे हाई सिक्योरिटी जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने सत्येन्द्र को अदालत में पेश किया। उसको पुन: न्यायिक अभिरक्षा में हाईसिक्योरिटी जेल भेज दिया।
भानू प्रताप गैंग का सक्रिय गुर्गा सत्येन्द्र उर्फ भाया कोटा का हार्डकोर अपराधी है। वह भानू प्रताप गिरोह का सक्रिय सदस्य है। उसके खिलाफ हत्या के चार मुकदमे, अपहरण के मामले दर्ज हैं। पुलिस पड़ताल में सामने आया कि हाई सिक्योरिटी जेल में बरामद मोबाइल फोन व सिमकार्ड से सत्येन्द्र अपने परिजन से वार्ता करता था। पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी है।