जिला कलक्टर गौरव गोयल ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि जिले के सभी चिकित्सालयों में स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए टेमीफ्लू एवं अन्य दवाओं का पर्याप्त स्टॉक रखा जाए। साथ ही चिकित्सक समय पर चिकित्सालयों में उपलब्ध रहें। उन्होंने आमजन से आग्रह किया कि स्वाइन फ्लू बीमारी के लक्षण नजर आते ही तुरन्त चिकित्सक से सम्पर्क करें।
सभी राजकीय चिकित्सालयों में स्वाइन फ्लू की नि:शुल्क दवा उपलब्ध है। गर्भवती महिलाओं, 5 साल से छोटे बच्चों, वरिष्ठ नागरिकों, बीपीएल परिवार एवं समस्त भर्ती मरीजों के लिए स्वाइन फ्लू की जांच नि:शुल्क उपलब्ध है। इसके साथ ही मेडिकल कॉलेज व जिला चिकित्सालय पर जांच के लिए सेंपल संग्रह की सुविधा उपलब्ध है।
यह है लक्षण स्वाइन फ्लू के प्रारम्भिक लक्षणों में छींक आना व नाक से पानी बहना, खांसी और गले में खराश, सिर दर्द, बुखार, दस्त व उल्टी, सांस लेने में कठिनाई आदि प्रमुख हैं।
सावधानी बरतें चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिशा निर्देशों के अनुसार आमजन को विशेष सावधानी बरतने की हिदायत दी गई है। स्वाइन फ्लू पीडि़त व्यक्ति से निकट सम्पर्क ना रखें। हाथ मिलाना, गले मिलना इत्यादि से बचा जाना चाहिए।
डॉक्टर से पूछे बगैर दवाइयां ना लें। इस्तेमाल किए गए टिश्यू या रुमाल को खुले में न डालें। स्वाइन फ्लू प्रभावित जगह पर फेसमास्क लगाए बगैर न जाएं। घर के पास गंदगी न होने दें। भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें। साथ ही स्वाइन फ्लू रोगी से अधिक निकटता न बनाएं।