उल्लेखनीय है कि आगरा-मुम्बई राष्ट्रीय राजमार्ग-तीन से गुजरने वाले किसानों के काफिले को उत्तर प्रदेश सीमा में रोके जाने के बाद बुधवार को किसानों ने राजस्थान की बरैठा बोर्डर चौकी पर डेरा डाल दिया। सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर के नेतृत्व में किसान गुरूवार रात हाइवे पर ही डेरा जमाए रहे। जिला प्रशासन ने समझाइश करते हुए जाम को खुलवाने का प्रयास किया, लेकिन किसान दिल्ली जाने अनुमति दिए जाने की बात कहते हुए जमे रहे। शुक्र वार भी किसानों का डेरा बरैठा बोर्डर पर ही रहा। दिनभर चले समझाइश के बाद शाम करीब पांच बजे उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से हाइवे से यूपी सीमा में प्रवेश करने की अनुमति मिलने के किसानों के काफिले को यहां से रवाना किया गया और मार्ग के यातायात को सुचारू शुरू कराया जा सका।
हाइवे का यातायात किया डायवर्ट आगरा-मुम्बई राष्ट्रीय राजमार्ग-३ पर दूसरे दिन शुक्रवार को भी जाम की सूचना पर शहर यातायात पुलिस ने व्यवस्थाएं संभाली। इस पर शहर यातायात प्रभारी यशपाल सिंह ने मय टे्रफिक जो के साथ हाइवे पर पहुंचे। यहां दिल्ली जाने वाले वाहनों को सैपऊ बाइपास से डायवर्ट किया गया, तो वहीं आगरा की ओर जाने वाले वाहनों को राजाखेड़ा मार्ग से भेजा गया। शाम करीब साढ़े पांच बजे हाइवे मार्ग से यातायात को सुचारू कराया गया।