संजय मीणा और उसके साथी शेरसिंह मीणा को शनिवार देर रात कालू की ढाणी स्थित मकान से गिरफ्तार किया था। मीणा के खिलाफ तोपदड़ा निवासी सत्यनारायण सैन ने दुकान और मकान खाली करने और पांच लाख रुपए फिरौती मांगने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया था। सीओ मुकेश सोनी के निर्देशन में उप निरीक्षक दातारसिंह मेड़तिया, एएसआई दयानंद शर्मा, सिपाही दिनेश चौधरी आर प्रमोद ने दोनों को दबोचा था।
अदालत ने भेजा न्यायिक हिरासत में
अलवर गेट थाना पुलिस ने कड़ी सुरक्षा में करौली जिले के शेखपुरा तहसील टोडाभीम निवासी संजय मीणा और सादपुरा तहसील टोडाभीम निवासी शेरसिंह मीणा को अदालत में पेश किया। अदालत ने दोनों को न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए। मालूम हो संजय हिस्ट्रीशीटर और पुलिस के बर्खास्त सिपाही धर्मेन्द्र चौधरी हत्याकांड में गिरफ्तार हुआ था। वह पिछले दिनों ही जमानत पर रिहा हुआ था। मीणा के खिलाफ विभिन्न थानों में हत्या, जानलेवा हमले सहित कई मुकदमे दर्ज हैं।
कैदी बानूड़ा के अंडरवियर में मिला मोबाइल और सिम अजमेर. घूघरा स्थित हाई सिक्योरिटी जेल में तलाशी के दौरान हाईकोर कैदी के पास मोबाइल और सिम मिली। कैदी ने अंडरवियर में इन्हें छुपा रखा था। जेल प्रशासन ने सिविल लाइंस थाने में मामला दर्ज कराया है।
सिविल लाइंस थाना प्रभारी डॉ. रविश सामरिया ने बताया कि हाई सिक्योरिटी जेल में साप्ताहिक तलाशी अभियान चलाया गया। इस दौरान जेल के वार्ड नंबर एक के बैरक नंबर-1 में तलाशी ली गई। यहां सीकर के दातारामगढ़ तहसील निवासी हार्डकोर बंदी सुभाष बानूड़ा पुत्र बलबीर बानूड़ा के पास एक मोबाइल और सिम मिली। सुभाष ने इन्हें अंडरवियर में छुपा रखा था। जेल प्रशासन ने तत्काल सिविल लाइंस थाना पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरु कर दी है।