जानकारी अनुसार सोमवार रात को तेज रफ्तार एसयूवी कार के चालक ने जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड के सामने खड़े चाय की थड़ी, छाछ के ढेले को टक्कर मारते हुए दीवार से टकरा दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दीवार का बड़े हिस्से में दरारें पड़ गई जबकि एसयूवी कार भी क्षतिग्रस्त हो गई। जोरदार हुई आवाज से आसपास के लोग आ गए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक कार चालक नशे में धुत था। दुर्घटना के बाद वह कार से उतर कर हॉस्टल में चला गया।
पीडि़तों ने मांगा क्षतिपूर्ति
इधर सूचना पर पहुंचे थड़ी संचालक अरबाज ने बताया कि कार जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के रेजीडेंट चिकित्सक की है। चिकित्सक ने सुबह 4 बजे तेज गति में कार को टक्कर मार दी। अरबाज ने बताया कि कार जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में पीजी के छात्र है। उन्होंने डॉक्टर से क्षतिपूर्ति की बात कही लेकिन उनकी बात सूनने के बजाए चलता कर दिया। फिर उन्होंने मामले में कोतवाली थाने में शिकायत दी।
इधर सूचना पर पहुंचे थड़ी संचालक अरबाज ने बताया कि कार जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के रेजीडेंट चिकित्सक की है। चिकित्सक ने सुबह 4 बजे तेज गति में कार को टक्कर मार दी। अरबाज ने बताया कि कार जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में पीजी के छात्र है। उन्होंने डॉक्टर से क्षतिपूर्ति की बात कही लेकिन उनकी बात सूनने के बजाए चलता कर दिया। फिर उन्होंने मामले में कोतवाली थाने में शिकायत दी।
…उखड़ गया पेड़
अरबाज ने बताया कि थड़ी व ठेले के टक्कर के बाद एसयूवी कार गुलमोहर के पेड़ और फिर दीवार से टकराई। कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि पेड़ भी जमीन से उखड़ गया। पेड़ नहीं होता तो कार दीवार तोड़ते हुए आईसोलेशन वार्ड परिसर में घुस जाती।
अरबाज ने बताया कि थड़ी व ठेले के टक्कर के बाद एसयूवी कार गुलमोहर के पेड़ और फिर दीवार से टकराई। कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि पेड़ भी जमीन से उखड़ गया। पेड़ नहीं होता तो कार दीवार तोड़ते हुए आईसोलेशन वार्ड परिसर में घुस जाती।