रिटायरमेंट फंक्शन…
कई अधिकारियों और कर्मचारियों की 30 नवंबर को सेवानिवृत्ति है। लगातार अवकाश के चलते कई कार्यालयों में गुरुवार को ही सेवानिवृत्त समारोह होंगे। रामपाल ने रोकी थी फाइल, अब मिली बदनोर कॉलेज को सम्बद्धता
कई अधिकारियों और कर्मचारियों की 30 नवंबर को सेवानिवृत्ति है। लगातार अवकाश के चलते कई कार्यालयों में गुरुवार को ही सेवानिवृत्त समारोह होंगे। रामपाल ने रोकी थी फाइल, अब मिली बदनोर कॉलेज को सम्बद्धता
अजमेर. घूसकांड में निलंबित रामपाल सिंह और उसके गुर्गों को ‘सलाखों के पीछे पहुंचाने वाली कैलाशवती आंचलिक महाविद्यालय बदनोर को महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय ने सम्बद्धता जारी कर दी है। राजभवन और सरकार के निर्देश पर कॉलेज को सम्बद्धता पत्र जारी किया गया है।
कैलाशवती आंचलिक महाविद्यालय बदनोर ने विश्वविद्यालय से सम्बद्धता के लिए 12 दिसंबर 2018 को आवेदन किया था। बाकायदा 70 हजार रुपए फीस जमा कराई थी। साथ ही कॉलेज शिक्षा निदेशालय से जारी एनओसी 17 सितंबर 2019 को विश्वविद्यालय में भेज दी। इसके बाद विवि द्वारा गठित निरीक्षण दल ने दौरा कर बीते साल 16 दिसंबर को रिपोर्ट दी। अब जारी हुआ सम्बद्धता पत्रविश्वविद्यालय की सम्बद्धता समिति की 14 मई 2020 को बैठक हुई। समिति ने अस्थाई सम्बद्धता के लिए फाइल कुलसचिव के जरिए रामपाल सिंह (निलंबित कुलपति) को भेज दी। रामपाल उस फाइल को दबाकर बैठ गया।