यहां बंद पड़े एसी जवाहर लाल नेहरू अस्पताल के सर्जिकल वार्ड के 2-3-4 में एसी बंद पड़े हैं। विंडो व दीवारों पर लगे एसी बंद हैं। मरीजों ने बताया कि जब से वे भर्ती हैं तब से एसी चलते नहीं देखे। एक मरीज ने बताया कि 10 दिन से अधिक हो गए हैं, एसी नहीं चल रहे हैं।
यहां भी बने शो-पीस फीमेल मेडिकल, चिल्ड्रन, मेल मेडिकल-5 सहित कई अन्य वार्डों में भी एसी काम नहीं कर केवल शो-पीस बने हैं। मरीजों ने बताया कि शिकायत के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई।
फैक्ट फाइल 650 एसी लगे हैं जेएलएन अस्पताल परिसर में 28 एसी नए लगाए गए हैं। 200 से अधिक एसी को सर्विस की जरूरत 50 से अधिक एसी लगभग खराब
50 से अधिक वार्ड अस्पताल में 800 से अधिक मरीजों का इंडोर (प्रतिदिन औसतन) घर से लाया हूं पंखा सर्जिकल वार्ड में परिजन भर्ती है। एसी बंद पड़े हुए हैं, पंखों की हवा नहीं आती। गर्मी में परेशान होने के कारण घर से पंखा लेकर आया हूं।
विष्णु, परिजन इनका कहना है गर्मी में एसी अधिक चलते हैं, काम भी इसी समय आते हैं। इसलिए जो एसी बंद हैं हमारा टेक्निशियन उन्हें ठीक कर रहा है। कुछ नए एसी भी लगाए हैं। टेक्निशियन भी कम हैं। लगातार प्रयास कर रहे हैं कि एसी जल्द ठीक हो जाएं।
डॉ. अनिल जैन, अधीक्षक जेएलएनएच 'पत्रिका' पड़ताल : यह है सबसे बड़ी वजह 'पत्रिका' पड़ताल में सामने आया कि जितने भी एसी लगे हुए हैं वे काफी पुराने हैं। साथ ही अस्पताल के वार्डों, आईसीयू . कमरों आदि में लगे एसी कूलर की तरह काम में लिए जा रहे हैं। बंद कमरों में एसी का उपयोग ज्यादा कारगर होता है लेकिन ना तो वार्ड के गेट बंद होते हैं ना कमरों के गेट। ऐसे में एसी की मेंटीनेंस व सर्विस की ज्यादा जरूरत पड़़ती है।
साहब ‘पावर’ तो है, मैन वावर कहां है? अस्पताल में एसी, पंखे व बिजली के लिए पावर तो है लेकिन इनके संचालन व मेंटिनेंस के लिए मैन पावर नहीं है। अस्पताल में एक मात्र टेक्निशियन के भरोसे एसी, पंखे व बिजली का काम चल रहा है। हर दिन दो एसी दुरुस्त किए जाएं तब जाकर एस साल में सभी एसी की सर्विस संभव है।