रोजमर्रा की भागदौड़ और व्यस्तता को छोड़कर लोग खुशनुमा सुबह में सुकून के पल बिताने पहुंचे। जहां बच्चों को तो मानो मौज-मस्ती की खुली छूट मिल गई। वहीं युवाओं, बालिकाओं, महिलाओं और बुजर्गों ने योग ? करने के अलावा संगीत और पारम्परिक खेलकूद का लुत्फ उठाया।
कहीं योग-व्यायाम तो कहीं लोग सतोलिया खेलते दिखे। एक रफ पक्षियों के कलरव ने फिजा में मिठास घोली। उधर सुबह की पुरवाई और आनासागर की लहरें भी मानो अद्भुभुत आयोजन पर इठला उठीं। सुबह ६ बजे लोगों ने गौरव पथ पर पहुंचना शुरु कर दिया। वाहनों की आपाधापी और प्रदूषण से कोसों दूर रहते हुए लोगों को आनसागर की लहरों और अरावली की खूबसूरती को निहारने का अवसर मिला।
बच्चों की खुशियों को तो मानो पंख लग गए। उन्होंने खुली सड़क पर स्केटिंग करने और साइकिल चलाने का भरपूर मजा लिया। युवाओं सहित महिलाएं और बालिकाएं भी पीछे साइकिल चलाने में नहीं रहीं। उन्होंने बैडमिंटन, वॉलीबॉल में भी हाथ अजमाए। जैसे ही प्राची से सूरज निकलना सबने सूर्य नमस्कार किया। सुबह के अद्भुत नजारे को लोगों को मोबाइल में कैद भी किया।
फिजा में संगीत की मिठास सुबह के शांत वातावरण में संगीत की मिठास भी घुली। मेस्कॉट द स्कूल के म्यूजिक बैंड ने गिटार, सिंथेसाइजर पर मधुर धुनें निकाली। उन्होंने नए और पुराने साज छेड़े तो सुनने वालों ने तालियां बजाकर उत्साहवद्र्धन किया। संगीत के शौकीन लोगों की गुनगुनाने की चाहत पूरी हुई।
सोशल मीडिया पर छाया हमराह हमराह कार्यक्रम सोशल मीडिया पर छाया रहा। लोगों ने खुद और परिवार की सेल्फी-फोटो खींचकर फेसबुक और वॉट्सएप पर अपलोड किए। इस पर उन्हें तुरन्त कमेंट और लाइक्स मिले। प्रतियोगिताओं में जीतने वालों को ईनाम मिले तो उनकी खुशियां बढ़ गई।
बोले शहरवासी नियमित हो आयोजन हमराह में सुबह लोगों को मनचाही सुबह बिताने का अवसर मिला। यह पूरी तरह शहरवासियों का कार्यक्रम रहा। इस दौरान ना किसी औपचारिक स्वागत ना किसी का धन्यवाद दिया गया। ज्यादातर शहरवासियों ने कहा ऐसे कार्यक्रम नियमित होने चाहिए।