भूख-प्यास से परेशान पैंथर आबादी में घुसने को मजबूर, मवेशियों का शिकार, किसानों पर हमले की बढ़ी घटनाएं
पहाड़ी क्षेत्र से सटे गांवों में पैंथर हमले की घटनाएं बढ़ी,रात को पशु बाड़े में घुस रहा हैं पैंथर,वन विभाग ने पैंथर के पकडऩे का शुरू किया अभियान,पहले भी पिंजरे में कैद कर सुरक्षित जगह छोड़ा गया था

अजमेर/चूरू. वन क्षेत्र घट रहे हैं। जंगल में बस्तियां बस गई। पहाड़ अवैध खनन की भेंट चढ़ गए। पेड़ों की अंधाधुंध कटाई जारी है। नाले, तालाब व एनिकट सूखे पड़े हैं। हिंसक वन्यजीवों को खुराक में शिकार नहीं मिल रहे। जंगल के शांत माहौल में रहने वाले वन्यजीव ध्वनि प्रदूषण से परेशान हैं। वन इलाके में इंसान की गतिविधियों से पैंथर, बघेरा, भालू व हिरण अपने को असुरक्षित समझ रहे हैं। ऐसे वन्यजीव भूख-प्यास के चलते आबादी में घुसने को मजबूर है।
अजमेर, जयपुर, चूरू, झुंझुनूं, बूंदी, सवाईमाधोपुर, करौली व अलवर जिले के कई क्षेत्रों में पैंथर मवेशियों पर हमले कर चुके। पशु बाड़े में घुसकर भेड़-बकरियों सहित अन्य के शिकार की घटनाएं इसका प्रमाण है। अजमेर जिले के ग्राम राजौरिया का बाडिय़ा में शुक्रवार को पशुपालक भयभीत नजर आए। इस इलाके में बुधवार रात्रि पैंथर के हमले में 38 भेड़-बकरियों की मौत हो गई। इसके चलते कई पशुपालक व ग्रामीण डरे हुए हैं जो खेत व जंगल जाने से कतरा रहे हैं।
पशुपालकों में सुरक्षा का भय
पशुपालको में अपने अपने मवेशियों की सुरक्षा को लेकर भय सताने लगा है। वहीं बाड़ों के खुले में होने से पशुपालको की स्थिति दयनीय हो गई है। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम में दो पैंथरों के नजर आने के बाद भी वन विभाग के अधिकारियों ने गुरुवार को मौके पर पहुंचकर आनन-फानन में कार्रवाई कर कार्य से इतिश्री कर ली। वन विभाग के कर्मचारियों ने गांव में गश्त करना तो दूर पैंथरों को पकडऩे के लिए पिंजरा लगाने की जहमत तक नहीं उठाई है।
वनकर्मी तलाशी में जुटे,ग्रामीणों में दहशत
चूरू/सरदारशहर. क्षेत्र के कई गांवों में पैंथर के पगमार्क मिलने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच पैंथर की तलाश शुरू की। ग्रामीण घर से निकलने से डर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि इस क्षेत्र में कई बार पैंथर आ चुका है। इस अवसर पर वन्यजीव, ताल छापर के सहायक वन संरक्षक प्रदीप चौधरी, रेस्क्यू प्रभारी अशोक तंवर, क्षेत्रीय वन अधिकारी अनूप कुमार शर्मा, रतनगढ़ रैंजर नागेश पुरोहित, वनपाल ओकेश यादव व इब्राहिम की टीम शुक्रवार को पातलीसर बड़ा गांव पहुंची। यहां पगमार्क के आधार पर पातलीसर छोटा, भोजूसर उपाध्याय होते हुए र्बंधनाऊ गांव पहुंचे। टीम को पगमार्क के अलाव कुछ भी नहीं मिला। वन विभाग की टीम पैंथर को पकडऩे के लिए दिन रात जुटी हुई है। सरदारशहर क्षेत्र में पैंथर की ओर से कोई नुकसान की सूचना नहीं मिली है।
रतनगढ़ में पैंथर कर चुका है सात जनों को घायल
रतनगढ़ तहसील के गांव कांगड़ में एक खेत में आए पैंथर ने सात लोगों को घायल कर दिया था। इसमें वनपाल सहित गांव के लोग घायल हो गए थे। इसके लिए ग्रामीण रातभर दहशत में रहे। ग्रामीण समूह में बैठे नजर आए। दूसरे दिन वन विभाग की टीम ने उनके पगमार्क देखे थे। उसके दूसरे क्षेत्र में जाने के संकेत मिले थे। ग्रामीणों का यही मानना है कि यही पैंथर सरदारशहर में पहुंच चुका है।
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