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अजमेर

त्रैमासिक समीक्षा के आश्वासन पर तोड़ी भूख हड़ताल

घूघरा हाई सिक्योरिटी जेल में जेल बदलने की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे हार्डकोर बंदियों ने त्रैमासिक समीक्षा के आश्वासन के बाद अनशन तोड़ दिया

अजमेरJun 05, 2019 / 02:29 pm

manish Singh

Hunger strike on the assurance of quarterly review

त्रैमासिक समीक्षा के आश्वासन पर तोड़ी भूख हड़ताल

हाई सिक्योरिटी जेल : आईजी(जेल) विक्रमसिंह ने की भूख हड़ताल पर बैठे हार्डकोर बंदियों से बातचीत
अजमेर. घूघरा हाई सिक्योरिटी जेल में जेल बदलने की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे हार्डकोर बंदियों ने जेल महानिरीक्षक विक्रमसिंह के त्रैमासिक समीक्षा के आश्वासन के बाद अनशन तोड़ दिया। डीआईजी सिंह ने पहले जेल और फिर जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के कैदी वार्ड में भर्ती चार बंदियों से वार्ता की। वार्ता के बाद बंदियों ने उपचार शुरू किया गया।
आईजी(जेल) विक्रमसिंह बुधवार सुबह घूघरा स्थित हाई सिक्योरिटी जेल पहुंचे। यहां उन्होंने जेल अधीक्षक नरेन्द्रसिंह की मौजूदगी में अनशन पर बैठे हार्डकोर बंदियों से बात की। बंदियों ने जेल बदलने की मांग प्रमुखता रखी। आईजी ने उनको हाई सिक्योरिटी जेल मैन्युअल के अनुसार त्रैमासिक समीक्षा करने का वादा किया। वहीं 32 हार्डकोर बंदियों के हाई सिक्योरिटी में रखे जाने को लेकर शीघ्र समीक्षा करने का विश्वास दिलाया। करीब डेढ़ घंटे की बातचीत के बाद हार्डकोर बंदी आतिश गर्ग, सचिन उर्फ संदीप, रामदत्त, दीपक गुर्जर ने उपचार लिया। वहीं जेल में भूख हड़ताल पर बैठे बंदियों ने अनशन तोड़ दिया।
इक्कीस ने भी नहीं खाया खाना
आईजी विक्रम सिंह के अजमेर पहुंचने से पहले बुधवार सुबह हाई सिक्योरिटी जेल में अनशन पर बैठे 11 हार्डकोर बंदियों के अतिरिक्त 21 ने भी खाना नहीं लिया। उन्होंने भी साथी बंदियों का साथ देने का फैसला कर लिया। हार्डकोर बंदियों की संख्या ने जेल प्रशासन को बेचेन कर दिया। आईजी विक्रमसिंह ने बंदियों की बात सूनने के साथ उनके निराकरण का आश्वासन दिया।
बंदियों को जेल में किया सिफ्ट
बंदियों की भूख हड़ताल खत्म होने के बाद बुधवार दोपहर हार्डकोर बंदी आतिश गर्ग, सचिन उर्फ संदीप, रामदत्त और दीपक गुर्जर को पुलिस के कड़े सुरक्षा में हाई सिक्योरिटी जेल में सिफ्ट कर दिया।
इनका कहना है…
बंदियों की जेल बदलने की प्रमुख मांग थी। त्रैमासिक समीक्षा की जाती है। मौजूदा 32 हार्डकोर बंदियों की समीक्षा के आश्वासन पर भूख हड़ताल खत्म हो गई है।
विक्रम सिंह, आईजी जेल

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