यह नजर आई खामियां
शहर के वार्डों/ मुख्य मार्गों तथा सड़कों पर की जाने वाली सफाई व्यवस्था में सफाई कर्मचारी जगह-जगह कचरे के ढेर लगा देते हैं। शहर के सभी वार्डों के कचरा डिपो/ कंटेनर बदरंग हो गए हैं। आनासागर झील में नवीन पाथ-वे के किनारे झील में निर्माण सामग्री व कचरा गंदगी है।
शहर के वार्डों/ मुख्य मार्गों तथा सड़कों पर की जाने वाली सफाई व्यवस्था में सफाई कर्मचारी जगह-जगह कचरे के ढेर लगा देते हैं। शहर के सभी वार्डों के कचरा डिपो/ कंटेनर बदरंग हो गए हैं। आनासागर झील में नवीन पाथ-वे के किनारे झील में निर्माण सामग्री व कचरा गंदगी है।
शहर में गीला व सूखा कचरा एकत्रित करने के लिए सड़कों के किनारे लगाए गए नीले व पीले कचरा पात्र लगाए गए हैं। इनमें ज्वलशील पदार्थ डालने से कई जगहों पर यह कचरा पत्र जल कर पिघल गए है। भूमिगत कचरा पात्र की स्थिति भी बदहाल है। कचरा परिवहन करने वाले वाहनों से भी कचरा ले जाते समय सड़क पर कचरा फैलता है। शहर से प्रतिदिन करीब तीन टन कचरा निकलता है।
यह दिए निर्देश
सफाई कर्मचारियों को कार्य में सुधार करते हुए कचरे को हाथो-हाथ उठाकर व्हील बेरोज में डालने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही कचरा डिपो/ कंटेनरों पर नया कलर किए जाने तथा सभी वार्डों में स्थित कचरा डिपो/ कंटेनरों के आसपास सफेद पाउडर डालने की हिदायत दी गई है।
सफाई कर्मचारियों को कार्य में सुधार करते हुए कचरे को हाथो-हाथ उठाकर व्हील बेरोज में डालने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही कचरा डिपो/ कंटेनरों पर नया कलर किए जाने तथा सभी वार्डों में स्थित कचरा डिपो/ कंटेनरों के आसपास सफेद पाउडर डालने की हिदायत दी गई है।
जचपुर, कोटा को अवार्ड,अजमेर खाली हाथ
केन्द्र सरकार की ओर से पिछले महीनों करवाए गए स्वच्छता सर्वेक्षण में 10-15 श्रेणी में विभिन्न अवार्ड जारी किए गए । राजस्थान से कोटा को बेस्ट सिटी इन सिटीजन फीडबैक तथा जयपुर को बेस्ट फार्वर्डिंग सिटी का अवार्ड मिला है। राज्य में स्वच्छता के मामले में नम्बर दो का दावा करने वाले अजमेर को एक भी अवार्ड नहीं मिला। अजमेर को स्वच्छता रैंकिंग जारी होने का इंतजार है उसके बाद देशभर में अजमेर का स्वच्छता स्थान तय होगा।
केन्द्र सरकार की ओर से पिछले महीनों करवाए गए स्वच्छता सर्वेक्षण में 10-15 श्रेणी में विभिन्न अवार्ड जारी किए गए । राजस्थान से कोटा को बेस्ट सिटी इन सिटीजन फीडबैक तथा जयपुर को बेस्ट फार्वर्डिंग सिटी का अवार्ड मिला है। राज्य में स्वच्छता के मामले में नम्बर दो का दावा करने वाले अजमेर को एक भी अवार्ड नहीं मिला। अजमेर को स्वच्छता रैंकिंग जारी होने का इंतजार है उसके बाद देशभर में अजमेर का स्वच्छता स्थान तय होगा।
प्रमुख सचिव ने बस स्टैंड के बाहर का शौचालय देखा था। बाहर का यूरिनल खराब था। जमादारों को निर्देश दिए गए हैं। दिन में तीन बार शौचालयों का निरीक्षण कर एक माह में रिपोर्ट पेश करें। ठेकेदार को सुधार के निर्देश दिए गए हैं। सुधार नहीं होने पर जुर्माना लगाया जाएगा।
-हिमांशु गुप्ता, कमिश्नर नगर निगम अजमेर
-हिमांशु गुप्ता, कमिश्नर नगर निगम अजमेर