विवाह स्थल संचालकों की मानें तो शादी की तारीख को आगे बढ़ाने के लिए लोगों के फोन आ रहे हैं। राजधानी में भी आने वाले सावे में 15 हजार से अधिक शादियां होनी हैं। जनवरी के अलावा फरवरी और मार्च में कुछ बड़े सावे हैं। एक अनुमान के मुताबिक राज्य भर में एक लाख से अधिक शादियां अगले तीन माह में होंगी। संख्या सीमित किए जाने से शादी व्यवसाय से जुड़े कैटङ्क्षरग, फूल माला से लेकर डीजे व बैंडबाजों पर प्रभाव पडऩा स्वाभाविक है।
ये आएगी दिक्कत
राजधानी में ज्यादातर विवाह स्थल सामान्य दिनों की तरह बुक थे। इसी तरह कैटङ्क्षरग की भी बुङ्क्षकग की गई थी। अब संख्या 100 करने से मैरिज गार्डन से लेकर कैटङ्क्षरग की बुङ्क्षकग में दिक्कत शुरू हो गई है। विवाह स्थल संचालकों का कहना है कि भले ही संख्या सीमित कर दी गई हो, लेकिन विवाह स्थल में सुविधाएं पूरी दी जाएंगी। जबकि, सरकार की ओर से कोई सहूलियत नहीं मिल रही है।
कोई मेहमानों की संख्या घटाने तो कोई नया मुहू्र्त देखने में जुटा जनवरी के अलावा फरवरी और मार्च में भी कई बड़े सावे : नई कोरोना गाइड लाइन से राज्य भर में एक लाख से अधिक शादियां प्रभावित, संख्या सीमित किए जाने के बाद लोग परेशान, आगे बढ़ा रहे विवाह समारोह की तारीखें
कोरोना गाइडलाइन में शादी समारोह में मेहमानों की संख्या सीमित करने से असर दिखना शुरू हो गया है। जिन घरों में अगले तीन माह में शादियां थीं, उन्होंने तारीख आगे बढ़ाना शुरू कर दिया है।
विवाह स्थल संचालकों की मानें तो शादी की तारीख को आगे बढ़ाने के लिए लोगों के फोन आ रहे हैं। राजधानी में भी आने वाले सावे में 15 हजार से अधिक शादियां होनी हैं। जनवरी के अलावा फरवरी और मार्च में कुछ बड़े सावे हैं। एक अनुमान के मुताबिक राज्य भर में एक लाख से अधिक शादियां अगले तीन माह में होंगी। संख्या सीमित किए जाने से शादी व्यवसाय से जुड़े कैटङ्क्षरग, फूल माला से लेकर डीजे व बैंडबाजों पर प्रभाव पडऩा स्वाभाविक है।
ये आएगी दिक्कत
राजधानी में ज्यादातर विवाह स्थल सामान्य दिनों की तरह बुक थे। इसी तरह कैटङ्क्षरग की भी बुङ्क्षकग की गई थी। अब संख्या 100 करने से मैरिज गार्डन से लेकर कैटङ्क्षरग की बुङ्क्षकग में दिक्कत शुरू हो गई है।
विवाह स्थल संचालकों का कहना है कि भले ही संख्या सीमित कर दी गई हो, लेकिन विवाह स्थल में सुविधाएं पूरी दी जाएंगी। जबकि, सरकार की ओर से कोई सहूलियत नहीं मिल रही है।
कारोबार पर पड़ेगा असर
सरकार के इस फैसले के करोड़ों का कारोबार प्रभावित होगा। मुख्यमंत्री से मिलकर संख्या बढ़ाने की मांग रखेंगे। अगले तीन महीनों में कई बड़े सावे हैं। उसका ध्यान सरकार को रखना चाहिए।
– रवि जिंदल, राष्ट्रीय अध्यक्ष ऑल इंडिया टैंट डेकोरेशन
अगले तीन महीन में कई बड़े सावे हैं। बुङ्क्षकग आगे बढ़ाने के फोन आना शुरू हो गए हैं। कोरोना को ध्यान में रखते हुए बुङ्क्षकग के दौरान ही एडजस्ट करने की बात कह दी थी।
– पर्वत ङ्क्षसह भाटी, महामंत्री, राजस्थान टैंट किराया व्यवसायी समिति