अजमेर

जंगल में कर रहे थे शर्मनाक करतूत, पुलिस को यूं मिले आपत्तिजनक हालत में

पुलिस ने मौके से दांव पर लगाए ३ लाख २७ हजार रुपए तथा १५ मोबाइल फोन जब्त किए। सभी को आरोपितों को बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया।

अजमेरSep 24, 2017 / 11:08 am

raktim tiwari

पुलिस टीम तैयार की और पीलवा थानांतर्गत ग्राम भंवाल पहुंचीं।

 
अजमेर से ३० किलोमीटर दूर नागौर जिले की सीमा के भंवाल गांव में जंगल में बने एक मकान में चल रही जुए की फड़ पर पुलिस ने दबिश देकर २४ जुआरियों को धर-दबोचा। पुलिस ने मौके से दांव पर लगाए ३ लाख २७ हजार रुपए तथा १५ मोबाइल फोन जब्त किए। सभी को आरोपितों को बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया।
प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी मोनिका सैन ने बताया कि पिछले पांच-छह दिन से अजमेर-नागौर जिले की सीमा पर कुछ लोगों के अजमेर से जाने की सूचना मिल रही थी। जांच करने पर सूचना सही पाई गई। सैन ने क्लॉक टावर थाना प्रभारी रमेन्द्र सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम तैयार की और पीलवा थानांतर्गत ग्राम भंवाल पहुंचीं।
नागौर पुलिस अधीक्षक को दबिश की सूचना पहले ही दे दी गई जिसके बाद पीलवा थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। नागौर जिले की सीमा में पीलवा थाना क्षेत्र के भंवाल गांव में दूर जंगल में एक मकान में कुछ वाहन खड़े नजर आए। पुलिस ने मकान को चारों ओर से घेर लिया। पुलिस को देखते ही मकान में मौजूद लोगों में अफरा तफरी मच गई। कुछ ने भागने का प्रयास भी किया लेकिन पुलिस ने ताश-पत्ती से जुआ खेल रहे २४ जुआरियों को धर-दबोचा।
पकड़े गए जुआरी
खानपुरा निवासी अतियान, पंचशील निवासी कमलेश, नौ नम्बर निवासी ललित, एचएमटी निवासी जसवंत, कीर्ति नगर फॉसागर रोड निवासी विजय, छोटूलाल, नई बस्ती लोहाखान निवासी शहाबुद्दीन, आशागंज निवासी श्याम, बस्सी जयपुर निवासी लालाराम, देहली गेट लौंगिया निवासी दिलीप, चौरसियावास निवासी रविन्द्र सिंह, कोटड़ा निवासी प्रभु सिंह व कालू, अंदरकोट निवासी जहीर अहमद, गुर्जर धरती निवासी लोकेश कुमार, रामनगर निवासी जयसिंह, नला बाजार निवासी इलियास, गंज निवासी संतोष, शक्तिनगर मदार निवासी महेन्द्र उपाध्याय, लोहाखान निवासी मुमताज मोहम्मद, रामगंज निवासी मोहम्मद फारूक, सुभाष नगर निवासी वाजिद, खानपुरा निवासी अयूब।कई बार पुलिस सटोरियों और जुआरियों को पकड़ चुकी है। पर नागौर-अजमेर जिले में यह अवैध कारोबार फल-फूल रहा है। खासतौर पर आईपीएल, टी-२० वल्र्ड कप, दो देशों के बीच एकदिवसीय श्रंखला के दौरान अवांछित गतिविधियां ज्यादा होती हैं।
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