जिले के विभिन्न स्थानों पर अवैध बजरी खनन का कारोबार थमा नहीं है। बनास नदी से जुड़ी उप नदियों में बेतहाशा बजरी खनन जारी है। माफिया रसूखवाले हैं। इसके चलते पुलिस भी कार्रवाई नहीं कर पाती। वैसे पुलिस ने अब तक कई मामले पकड़े हैं, लेकिन बजरी माफिया व पुलिस के बीच आंख-मिचौली चल रही है। बजरी माफिया के हौंसले इतने बुलंद है कि विरोध करने पर हमला तक कर रहे हैं।
सरवाड़ थानांतर्गत ग्राम सोहनुपरा में गुरुवार रात ऐसा ही हुआ। ग्रामीणों ने अवैध बजरी खनन का विरोध किया तो आरोपियों ने हमला कर दिया। इसमें एक ग्रामीण गंभीर घायल हो गया। उसे जयपुर स्थित चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
पुलिस को हमलावरों की तलाश पुलिस ने मामले में ११ नामजद सहित १० अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस हमलावरों की तलाश में जुटी है। घटनानुसार, गुरुवार रात सोहनपुरा के पास डाई नदी में कुछ लोग बजरी का अवैध खनन व परिवहन कर रहे थे। इस पर सोहनपुरा निवासी बद्री पुत्र सोना धाकड़ ने विरोध किया तो बजरी माफि याओं ने उस पर हमला बोल दिया। इसके बाद हमलावर मौके से भाग गए। घटना से आक्रोशित कई ग्रामीणों ने देर रात सरवाड़ पुलिस थाने पहुंच प्रदर्शन किया। शुक्रवार को घटना के विरोध में ग्रामीण लामबंद होकर उपखंड कार्यालय पहुंचे और ज्ञापन सौंपकर बजरी माफिया पर कार्रवाई की मांग की।
इनके खिलाफ मामला दर्ज पुलिस ने हमलावरों में शामिल समेलिया निवासी हंसराज कुमावत, किशन कुमावत, रोड़ू प्रजापत, गोरधनपुरा निवासी भीमराज, सोहनपुरा निवासी रामावतार धाकड़, आशाराम धाकड़, सरवाड़ निवासी दिलखुश गुर्जर, ग्राम हींगतड़ा निवासी फू लचंद माली, कालू भील, मोनू बैरवा, रंगलाल माली सहित दस अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
अजमेर जिले में यहां अवैध बजरी खनन अजमेर जिले में सर्वाधिक अवैध बजरी खनन बनास नदी से किया जा रहा है। इसके अलावा सरवाड़, रूपनगढ़, सावर, केकड़ी, नापाखेड़ा, मेवदाकलां, कादेड़ा, पीसांगन, मसूदा, पुष्कर, श्रीनगर, बोराड़ा, किशनगढ़ क्षेत्र से अवैध बजरी खनन की शिकायतें हैं।