कर्मचारियों की कमी का आलम यह है कि प्रशासन ने विभागों से उनके चपरासी व चौकीदार तक छीन लिए हैं। एक जगह तो गल्र्स हॉस्टल के एकमात्र चौकीदार तक को भी ड्यूटी पर लगा दिया गया है। स्कूल प्रिंसीपल छात्राओं की सुरक्षा का हवाला देते हुए उसकी ड्यूटी निरस्त करवाने के लिए पहुंच गए। महिलाओं को इस बार चुनाव में नहीं लगाया जा रहा है।
बड़ी संख्या में बिजली, पानी तथा फायर ब्रिगेड सहित आवश्यक सेवाओं के कर्मचारियों को भी चुनाव में लगाया गया। ड्राइवर व खलासी के अलावा महिला छात्रावास के चौकीदार को चुनावी ड्यूटी में लगाया गया। हालांकि वाजिब कारणों से कई कर्मचारियों की ड्यूटी भी निरस्त की गई है। पूर्व में जहां मतदान पोलिंग पार्टी में पीठासीन अधिकारी के अलावा चार सदस्य होते थे वहीं इस बार यह संख्या 5 हो गई है। इस कारण 1660 अतिरिक्त कर्मचारियों का जुगाड़ निर्वाचन विभाग को करना पड़ा। पहले चुनाव में बैलेट यूनिट व कंट्रोल यूनिट होती थी लेकिन अब वीवीपेट मशीन को कंट्रोल करने के लिए अतिरिक्त कर्मचारी की व्यवस्था की गई है।
1925 पोलिंग पार्टी, 20 प्रतिशत रिजर्व
जिले में दूदू सहित अजमेर ? की विधानसभा क्षेत्रों में 1907 बूथ बनाए गए हैं। अजमेर के 7 विधानसभा क्षेत्र में 1660 बूथ हैं। इनमें 19 सहायक मतदान बूथ हैं। चुनाव के लिए 1925 पोलिंग पार्टी बनाई गई हैं इनमें 20 प्रतिशत को रिजर्व रखा गया है। पहले एक पोलिंग पार्टी में 4 कर्मचारी होते थे अब वीवीपेट के कारण 5 शामिल किए गए हैं।
जिले में दूदू सहित अजमेर ? की विधानसभा क्षेत्रों में 1907 बूथ बनाए गए हैं। अजमेर के 7 विधानसभा क्षेत्र में 1660 बूथ हैं। इनमें 19 सहायक मतदान बूथ हैं। चुनाव के लिए 1925 पोलिंग पार्टी बनाई गई हैं इनमें 20 प्रतिशत को रिजर्व रखा गया है। पहले एक पोलिंग पार्टी में 4 कर्मचारी होते थे अब वीवीपेट के कारण 5 शामिल किए गए हैं।
इससे अब एक पोलिंग ऑफिसर की पोस्ट बढ़ी है। पीठासीन अधिकारी के अलावा पीओ-1,2,3 4 थे। पीओ-4 में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। इस बार चुनाव में कुल 9660 कर्मचारी चुनाव प्रक्रिया में लगाए गए हैं। अजमेर उप चुनाव के लिए कनार्टक तथा उत्तर प्रदेश से ईवीवीएम तथा वीवीपेट मशीनें मंगवाई गई हैं।
चुनाव के लिए 26 प्रकोष्ठ
चुनाव के लिए 26 विभिन्न प्रकोष्ठों का गठन किया गया है। इनमें 700-800 कर्मचारी, एक विधानसभा में तीन एरिया मजिस्ट्रेट, 200 माइक्रो ऑब्जर्वर (केन्द्र सरकार के कर्मचारी), सेक्टर ऑफिसर चुनाव की कमान संभाल रहे हैं। पुलिस अधिकारी जवान के अलावा बिजली, पानी व सफाई के महकमे भी चुनाव प्रक्रिया में अपनी सेवा दे रहे हैं।
चुनाव के लिए 26 विभिन्न प्रकोष्ठों का गठन किया गया है। इनमें 700-800 कर्मचारी, एक विधानसभा में तीन एरिया मजिस्ट्रेट, 200 माइक्रो ऑब्जर्वर (केन्द्र सरकार के कर्मचारी), सेक्टर ऑफिसर चुनाव की कमान संभाल रहे हैं। पुलिस अधिकारी जवान के अलावा बिजली, पानी व सफाई के महकमे भी चुनाव प्रक्रिया में अपनी सेवा दे रहे हैं।