scriptकलक्टर के दखल के बाद सुधरी केकड़ी के सरकारी अस्पताल की विद्युत व्यवस्था | Improved after the intervention of collector Electrical system of Kekr | Patrika News

कलक्टर के दखल के बाद सुधरी केकड़ी के सरकारी अस्पताल की विद्युत व्यवस्था

locationअजमेरPublished: May 06, 2021 07:16:41 pm

Submitted by:

bhupendra singh

हरकत में आए अजमेर डिस्कॉम और पीडब्ल्यूडी
अस्पताल में बार-बार आ रही थी ट्रिपिंग
अजमेर डिस्कॉम

अजमेर. चिकित्सामंत्री रघु शर्मा के विधानसभा क्षेत्र केकड़ी का राजकीय अस्पतालKekri government hospital इन दिनों विद्युत Electrical system की ट्रिपिंग झेल रहा है। दो-तीन दिन तक लगातार ट्रिपिंग आने पर मामला जिला collector कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित तक पहुंचा तो उन्हें दखल intervention देना पड़ा। इसके बाद हरकत में आए अजमेर डिस्कॉम व पीडब्लयूडी ने अस्पताल का मौका निरीक्षण कर ना केवल इसका कारण तलाशा बल्कि दो दिनों में समाधान भी कर दिया। दोनो विभाग की जांच में सामने आया है कि अस्पताल की विद्युत सप्लाई लाइन अधिक लम्बी होने के कारण वोल्टेज ड्रॉप हो रहा है। इसको लेकर अजमेर डिस्कॉम, पीडब्ल्यूडी तथा एसडीओ केकड़ी के बीच वार्ता हुई। इसके बाद पीडब्यूडी ने पाली जिले से केबल मंगवाई जबकि अजमेर डिस्कॉम ने 9 खम्भे खड़े कर उस पर केबल डालकर अस्पताल की ट्रिपिंग Improveदूर की।
एक ही सर्किट पर चल रहा था अस्पताल का लोड

केकड़ी का सरकारी अस्पताल अभी तक पीडब्ल्यूडी को हैंडओवर नहीं हुआ है। अस्पताल एक इलेक्ट्रीशियन के भरोसे चल रहा है। अस्पताल की इन्टरनल विद्युत व्यवस्था में भी खामियां है। अस्पताल का विद्युत लोड एक ही सर्किट पर डाला गया है इससे ट्रिपिंग आ रही थी। जबकि इसे दो सर्किट पर डाला जाना चाहिए था। अस्पताल से मांगी थी केबल केकड़ी अस्पताल का स्वीकृत विद्युत भार 648 एचपी, कांटेक्ट डिमांड 100 केवीए, बिलिंग डिमांड 85 केवीए है। वर्तमान में हॉस्पिटल परिसर में 11/04 केवी, 800 केवीए का ट्रांसफार्मर लगा है। सप्लाई सुचारू व निर्बाध बनाए रखने के लिए अतिरिक्त 3 एलटी विद्युत केबल (करीब 750 मीटर) की जरूरत है। इसकी लागत 6 लाख रूपए है। यह केबल केकड़ी अस्पताल द्वारा उपलब्ध करवाई जानी थी इसके बाद पीडब्ल्यूडी के साथ मिलकर डिस्कॉम यह केबल को डालना था। जिससे वोल्टेज व ट्रिपिंग की समस्या दूर हो सके। लेकिन बाद में पीडब्ल्यूडी व अजमेर डिस्कॉम ने अपने स्तर पर ही यह काम पूरा कर दिया।
ऑक्सीजन प्लांट की सप्लाई के लिए भी दिए निर्देश

जेएलएन अस्पताल के ऑक्सीजन प्लांट के विद्युत आपूर्ति 24 घंटे सुचारू रखने के लिए डिस्कॉम अधिकारियों को निर्देश दिए है। यहां ट्रिपिंग आने की शिकायते जिला कलक्टर को प्राप्त हो रहीं थी। यदि ऑक्सीजन प्लांट की विद्युत आपूति 2 मिनट के लिए बाधित होती है तो ऑक्सीजन प्लांट की प्रोडेक्शन प्रक्रिया आधे घंटे तक प्रभावित होती है।
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