शौचालय को लेकर पति-पत्नी के बीच आये दिन अनबन होती रहती है व घर में क्लेश का माहौल रहता है। अजयनगर साधु बस्ती की महिलाओं ने बताया कि क्षेत्र में कई ऐसे मकान हैं, जिनमें शौचालय नहीं बने हैं। महिलाओं को दूर खाली भूखंडों व पहाडिय़ों पर शौच के लिए जाना पड़ता है। इस समस्या के निवारण के लिए क्षेत्र में एक सार्वजनिक शौचालय बनवाया गया था उस पर भी अब ताला जड़ा है।
यह आती है समस्या
क्षेत्रीय महिलाओं ने बताया कि 25 से 30 वर्ष पुरानी इस बस्ती में किसी घर में शौचालय नहीं है। कुछ घर तो ऐसे हैं जिनमें शौचालय की मांग को लेकर पति-पत्नियों को भी अलग होना पड़ा। सार्वजनिक शौचालय पर ताला व घर में शौचालय की कमी के चलते महिलाएं मायके चली गईं। बाकी जो घर हैं उनमें आए दिन शौचालय की मांग को लेकर पति पत्नी के बीच झगड़े होते रहते हैं।
शौचालय के अभाव में छोड़ गई पत्नी साधु बस्ती निवासी
दिलीप कुमार ने बताया कि डेढ़ वर्ष पहले पत्नी उन्हें छोड़ गई। इनके घर में शौचालय का अभाव था और यह बात पत्नी को कतई मंजूर नहीं थी। दिलीप ने बताया कि उनकी आर्थिक स्थिति इतनी मजबूत नहीं है कि शौचालय का निर्माण करा सकें। क्षेत्र में बने सार्वजनिक शौचालय पर ताला लगा है।
अक्सर होती है अनबन
अजयनगर निवासी शिव नायक ने बताया कि शौचालय की मांग को लेकर अक्सर उनके और उनकी पत्नी के बीच कहासुनी लगी रहती है। इनकी शादी को नौ वर्ष बीत चुके हैं तभी से पत्नी शौचालय की मांग को लेकर नाखुश है।
कैसे जाएं शौचालय! साधु बस्ती निवासी सुनीता ने बताया कि उनकी माताजी के पैर काम नहीं करते। उन्हें उठाकर शौच के लिए ले जाना पड़ता है। घर में बनी नाली पर शौच के लिए जाना पड़ता है।
शादी करनी है तो बनवाओ शौचालय
अजयनगर निवासी मीना ने बताया कि पुरुषों को शादी से पूर्व यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनकी पत्नी को शौच के लिए खुले में न जाना पड़े। जब तक ससुराल में शौचालय न हो युवतियों को भी शादी करने में हामी नहीं भरनी चाहिए।