पुलिस के अनुसार नारीशाला रोड अशोक नगर निवासी नटवर गोपाल आचार्य ने रिपोर्ट में बताया कि वह रेलवे से सेवानिवृत्त कर्मचारी है। पुरानी जान पहचान का फायदा उठाते हुए साल 2019 में समय क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी के संचालक व ब्रांच मैनेजर भारतसिंह व कुशपालसिंह ने भरोसा दिलाते हुए उसको 2 लाख रुपए की एफडीआर दी। इसमें एक लाख रुपए उसके व एक लाख रुपए उसकी पत्नी तारामती के नाम पर थे। आरोपी उनके नाम के दस्तावेज बनाकर खुद को सोसायटी का कर्ताधर्ता बताते हुए उसे विश्वास में ले लिया। रुपयों की जरूरत होने पर उसने 9 जून 22 को रुपए की मांग की तो आरोपी रकम देने से ही मुकर गए। आरोपियों ने अमानत में ख्यानत कर उसकी जमापूंजी हड़प ली। इससे पूर्व भी आरोपी रकम देने में टालमटोल कर उसे चक्कर लगवाते रहे।
कन्यादान के ली थी रकम पीडि़त नटवर गोपाल आचार्य ने बताया कि वह रेलवे से सेवानिवृत्त कर्मचारी है। उसने रकम बेटी के कन्यादान के लिए रखरखे थे। आरोपी भारत सिंह व कुशपाल सिंह ने अपनी पुरानी पहचान का भरोसा दिलाते हुए उसको अच्छे ब्याज दिलाने का लालच देकर उसको धोखाधड़ी से सोसायटी में निवेश करवाया। पीडि़त ने पड़ताल की तो उक्त नाम से कोई सोसायटी नहीं होने की बात सामने आई।