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कोरोनाकाल में हवाई सफर को लगे पंख

locationअजमेरPublished: Dec 08, 2020 02:17:19 am

Submitted by:

dinesh sharma

किशनगढ़ एयरपोर्ट से हवाई यात्रा करने वाले और फ्लाइटों की संख्या में हुई बढ़ोत्तरी, लम्बी दूरी की कई ट्रेनों और बसों का संचालन बंद रहने से बढऩे लगा हवाई यात्रा में रुझान

कोरोनाकाल में हवाई सफर को लगे पंख

कोरोनाकाल में हवाई सफर को लगे पंख

कालीचरण
मदनगंज-किशनगढ़.

कोरोनाकाल में लोगों का हवाई सफर में रुझान बढ़ा है। लम्बी दूरी की ट्रेनों और बसों का संचालन बंद होने और अन्य परिवहन के साधनों में समय अधिक लगने और संक्रमण की संभावना अधिक होने से लोग हवाई यात्रा में अधिक रुचि ले रहे हैं। यही कारण है कि लॉकडाउन में किशनगढ़ से हवाई सफर बंद होने के बाद जब दोबारा फ्लाइट शुरू हुईं तो यात्रियों की संख्या में खासी बढ़ोतरी देखी गई।
कोरोना संक्रमण को लेकर करीब 60 दिन तक घरेलू उड़ानें पूर्णत: बंद रहीं। अब पहले की भांति नियमित संचालित होने लगी हैं। शुरुआती समय में यात्रीभार की समस्या से जूझ रही इन घरेलू उड़ानों में इन दिनों भरपूर सवारियां मिल रही हैं। किशनगढ़ एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाली चारों फ्लाइटों में पर्याप्त सवारियां मिल रही हैं। कोरोनाकाल में लम्बी दूसरी की कई ट्रेनों के नहीं चलने से भी यात्रियों का हवाई सफर में रुझान बढ़ा है।
कोरोना संक्रमण के चलते देशभर में लॉकडाउन लागू कर दिया गया। अंतरराष्ट्रीय फ्लाइटों के साथ ही घरेलू उड़ानों को भी बंद कर दिया गया। करीब ढाई महीने बंद रहने के बाद मई में घरेलू उड़ानें फिर शुरू हुईं। किशनगढ़ एयरपोर्ट से भी दिल्ली, अहमदाबाद, हैदराबाद और बैंगलूरू की फ्लाइट शुरू कर दी गईं। शुरुआती समय में पर्याप्त यात्रिभार नहीं मिलने से कई फ्लाइट रद्द की गईं। जून से घरेलू उड़ानों ने फिर रफ्तार पकड़ी और हवाई यात्रियों की संख्या में इजाफा हो गया।
सूरत के लिए हवाई सफर 21 से

किशनगढ़ एयरपोर्ट से दिल्ली, हैदराबाद, अहमदाबाद और इंदौर के बाद अब सूरत के लिए भी 21 दिसम्बर से फ्लाइट शुरू होने जा रही है। इस फ्लाइट की बुकिंग शुरू हो गई है।
हवाई यात्रा सुरक्षित सफर

कोरोना संक्रमण के डर से लोगों की हवाई सफर में रुचि बढ़ रही है। कम समय में यात्रा पूरी होने के साथ ही एयरलाइंस कम्पनियों की ओर से टू सीटर विमान में एक व्यक्ति और थ्री सीटर विमानों में दो यात्रियों के बीच वाली सीट पर बैठने वाले यात्री के लिए पीपीई किट पहनना अनिवार्य है।
इससे यात्रियों में संक्रमण का जोखिम कम रहता है। साथ ही हर सफर के बाद विमान सेनिटाइज किए जाते हैं। यही कारण है कि इन दिनों यात्रियों का हवाई यात्रा में रुझान बढ़ा है। शादियों का सीजन होने से भी इन दिनों हवाई यात्रियों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है।
कई रोडवेज बस और सवारी ट्रेनें बंद

प्रदेश में लम्बी दूरी की कई टे्रनें और रोडवेज बसें अभी बंद हैं। किशनगढ़ के आरके पाटनी केंद्रीय रोडवेज बस स्टैंड से आवागमन करने वाली 400 में से मात्र 230 बसें ही संचालित हैं। शेष 170 बसें अभी चालू नहीं की जा सकी हैं। ट्रेनों की भी यही स्थिति है। गिनी चुनी टे्रनें ही संचालित हो रही हैं। किशनगढ़ से इस वर्ष हवाई यात्रियों की संख्या
मई : 196

जून : 5274

जुलाई : 7661

अगस्त : 7229

सितम्बर : 6376

अक्टूबर :7594

नवम्बर : 8797

किशनगढ़ से इस वर्ष संचालित फ्लाइटों की संख्या
मई : 10

जून : 140

जुलाई : 162

अगस्त : 162

सितम्बर : 154

अक्टूबर : 176

नवम्बर : 215

फिलहाल बंद यात्री ट्रेनें

– अजमेर – जम्मूतवी
– हरिद्वार -दिल्ली मेल

– अजमेर – दिल्ली मेल

– अजमेर – दिल्ली ( शताब्दी )

– अजमेर – अमृतसर

– अहमदाबाद – जयपुर (शटल)

– अहमदाबाद – कटरा
– राजकोट – दिल्ली सराय

– अजमेर – एर्नाकुलम (मरू सागर)

– जयपुर- भोपाल एक्सप्रेस

– डीएमयू – अजमेर (जयपुर)

इनका कहना है…

कई लम्बी दूरी पर चलने वाली ट्रेनों और बसों का संचालन बंद होने की वजह से यात्रियों का हवाई सफर में रूझान बढऩे लगा है। नियमित फ्लाइटें होने और सुरक्षा बंदोबस्त के साथ सुरक्षित सफर होने की वजह से भी यात्रियों में विश्वास बढ़ा है और फ्लाइटों में यात्रिभार बढ़ा है।
– अशोक कपूर, निदेशक, किशनगढ़ एयरपोर्ट

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