सूचना केंद्र की डिजिटल लाइब्रेरी में 14 कम्प्यूटर एवं एक मास्टर कम्प्यूटर लगाया जाएगा। इन कम्प्यूटर के माध्यम से यहां आने वाले पाठक,विद्यार्थी एवं शोधार्थी ई.बुक्स का अध्ययन कर सकेंगे। मॉड्यूलर कम्प्यूटर टेबल पार्टीशन बोर्ड व रिवॉल्विंग चेयर लगाई जाएंगी। इस लाइब्रेरी में 40 लोगों के बैठने की सुविधा होगी।
ये मिलेगी सुविधा सूचना केंद्र की 20 हजार पुस्तकों का डिजिटल कैटलॉग बनाया जाएगा। पुस्तकों की सूची सॉफ्ट फ ोर्मेट में उपलब्ध रहेंगी। जिससे पाठक पुस्तक का नाम,प्रकाशक के नाम अथवा लेखक के नाम के आधार पर पुरानी उपलब्ध पुस्तकों में से आवश्यक पुस्तक का चयन कर सकेंगे। डिजिटल लाइब्रेरी में 8 लाख ई-बुक्स के साथ करीब 7 हजार ई-पेपर एवं मैगजीन ऑनलाइन पढऩे के लिए उपलब्ध होंगी। पाठक आवश्यक ई-सामग्री को ई-मेल द्वारा अथवा पेन ड्राइव आदि से सोफ्ट कॉपी प्राप्त कर सकेंगे। पाठकों के लिए ऑनलाइन पंजीयन की व्यवस्था की जाएगी। पाठक के लिए नए सोफ्टवेयर के माध्यम से यूनिक आईडी जनरेट होगी, इसके आधार पर पाठक को बैठकर अध्ययन करने की समयावधि आवंटित होगी।
लाभांवित होंगे विद्यार्थी
लाभांवित होंगे विद्यार्थी
एनसीईआरटी, सीबीएससी के 10 से 12 वीं तक की कक्षाओं के पाठ्यक्रम,अभियांत्रिकी, मेडिकल,कला, वाणिज्य, विज्ञान की पाठ्यसामग्री,एनटीएसई,एआईईईई,आईआईटी,जईई, यूपीएससी,आरपीएससी सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की पाठ्य सामग्री ऑनलाइन उपलब्ध रहेगी।
पुलिसलाइन लाइब्रेरी पर खर्च होंगे 24.50 लाख
पुलिसलाइन लाइब्रेरी पर खर्च होंगे 24.50 लाख
पुलिस लाइन लाइब्रेरी के डिजिलाइजेशन पर 24.50 लाख रूपए खर्च किए जाएंगे। पुलिस लाइन डिस्पेंसरी के वर्तमान में बने कमरों का नवीनीकरण कर डिजिटल लाइब्रेरी की व्यवस्था की जाएगी। यहां पर स्टडी टेबल के साथ मॉड्यूलर कम्प्यूटर टेबल एवं कुर्सियां लगाई जाएंगी। 13 कम्प्यूटर भी लगाए जा रहे हैं। पाठकों के लिए 36 स्टडी चेयर की सुविधा होगी।