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वाहन ऋण से बैंकों को ठगने वाला अंतरराज्यीय गिरोह पकड़ा, तीन गिरफ्तार

locationअजमेरPublished: Oct 19, 2021 01:24:22 am

Submitted by:

manish Singh

कामयाबी : गिरोह के गुर्गे फर्जी नाम व दस्तावेजों से लेते थे बैंकों से वाहन ऋण, ऋण लेने के बाद गिरोह हो जाता था भूमिगत, अजमेर-जयपुर-उदयपुर व बिजयनगर में दर्जनों वारदात
 

वाहन ऋण से बैंकों को ठगने वाला अंतरराज्यीय गिरोह पकड़ा, तीन गिरफ्तार

वाहन ऋण से बैंकों को ठगने वाला अंतरराज्यीय गिरोह पकड़ा, तीन गिरफ्तार

अजमेर. क्रिश्चियन गंज थाना पुलिस ने फर्जी नाम व दस्तावेज से चौपहिया वाहनों पर बैंकों से ऋण लेकर धोखाधड़ी की वारदात अंजाम देने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के सरगना समेत तीन जनों को दबोच उनसे फर्जी दस्तावेज और एक चौपहिया वाहन जब्त किया। गिरोह के विरुद्ध अजमेर सहित जयपुर, उदयपुर और बिजयनगर में बैंक से ऋण लेकर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है।
पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने बताया कि फर्जी दस्तावेज से वाहन पर लाखों का ऋण उठा उसे खुर्दबुर्द करने वाले गिरोह की सूचना पर क्रिश्चियन गंज थाना पुलिस ने एएसपी सीताराम प्रजापत, सीओ नॉर्थ डा. प्रियंका रघुवंशी के नेतृत्व कार्रवाई कर गिरोह के 3 गुर्गो को दबोचा। इसमें करौली नादोंती राजपुर हाल जयपुर द्वारकापुरी निवासी देवेन्द्रसिंह राजावत (23), सौरवसिंह राजावत(20) व धौलपुर नांदनपुर हाल जयपुर प्रतापनगर निवासी देवकिशोर शर्मा(48) को गिरफ्तार किया है। पुलिस को मुख्य आरोपी जयपुर के प्रतापनगर कुम्भ मार्ग निवासी विजय कुमार अग्रवाल, जयुपर निवासी कुम्हेर गुर्जर उर्फ कुबेर उर्फ पबजी की तलाश है।
इतनी जगह कबूलीं वारदात

गिरोह ने अजमेर, अलवर, भीलवाडा, बिजयनगर, कोटा, उदयपुर, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश में यस बैंक, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक में वारदातें अंजाम देना स्वीकार किया है। कार्रवाई में थानाप्रभारी डा. रवीश सामारिया, एएसआई नाथूलाल, हैडकांस्टेबल किशोरकुमार, हरिराम, सिपाही सुमेर, सुरेन्द्र, जगमाल सिंह, सुनिल शामिल है।
छद्म नाम. . फर्जी पहचान. . .

पुलिस पड़ताल में आया कि देवेन्द्रसिंह राजावत ने किशनगढ़ हाउसिंह बोर्ड निवासी दयाराम मीणा, सौरवसिंह ने भीलवाड़ा रायला निवासी ओमप्रकाश बैरवा व देवकिशोर शर्मा ने अलवर भिवाड़ी निवासी महेश सिंह के रूप में फर्जी दस्तावेज बना पहचान बना रखी थी। गिरोह के गुर्गों से चित्तौडगढ़़ के शैलेन्द्र सिंह, जयपुर लुनियावास गोनेर के शैलेन्द्र सिंह मीणा, रामनरेश मीणा व जयपुर जगतपुरा के राजेन्द्रसिंह मीणा के नाम से फर्जी आधार कार्ड व मतदाता पहचान पत्र बरामद किए गए।
गिरोह ने कबूली आठ वारदातें
गिरोह ने 5 माह पहले राजेन्द्रसिंह की आईडी पर जयपुर विश्वकर्मा में टोयोटा शोरूम से क्रूजर, जयपुर टोंक रोड स्थित प्रेम मोटर्स से स्विफ्ट, सीतापुरा इंडस्ट्रियल एरिया से स्विफ्ट फाइनेंस करवाई। मुख्य आरोपी कुम्हेर उर्फ कुबेरसिंह गुर्जर उर्फ पबजी ने बिजयनगर एचडीएफसी से ओमप्रकाश बैरवा के नाम से आई-20 रि-फायनेंस, अजमेर एक्सिस बैंक, फ्लाई ओवर के पास से विटारा ब्रेजा ली। जिसकी डिलीवरी जयपुर प्रेम मोटर्स से ली गई। जयपुर यस बैंक से एक माह पहले महेश कुमार की आईडी पर एसयूवी-300 फायनेंस कराई। उदयपुर में 2018 में उदयपुर में टोयटा कार व 4 अक्टूबर को दयाराम मीणा के नाम से अजमेर में यस बैंक से कार फायनेन्स के लिए आवेदन किया।
यह है मामला

क्रिश्चियन गंज थाने में वैशालीनगर स्थित यस बैंक प्रतिनिधि ब्यावर गोविन्दपुरा निवासी अमितसिंह भाटी ने 11 अक्टूबर को रिपोर्ट दी। उसने किशनगढ़ हाउसिंग बोर्ड फेज चतुर्थ निवासी दयाराम मीणा ने 4 अक्टूबर को बैंक में इस्तेमाल कार पर ऋण के लिए आवेदन किया। आवेदन में आयकर रिटर्न, आधार, पेन कार्ड व आईसीआईसीआई बैंक के खाते की जानकारी दी। दस्तावेजों की पड़ताल में फर्जी पाए जाने पर क्रिश्चियन गंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया।
कार, एटीएम, फर्जी दस्तावेज बरामद

पुलिस ने आरोपियों से आई-20 कार, 2 मोबाइल फोन, 2 फर्जी आधार कार्ड, पेनकार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, झालावाड़ व जयपुर सांगानेर बैंक के के चार खाली चेक व दस एटीएम कार्ड भी बरामद किए।
तरीका-ए-वारदात
गिरोह अलग-अलग जिले मे छद्म नाम से आधार, पैन कार्ड, मतदाता पहचान-पत्र, ड्राईविंग लाइसेंस, आरसी, फर्जी सिमकार्ड व बैंक स्टेटमेंट बनवाते हैं। फिर बैंक से नए वाहन फायनेंस कराकर भूमिगत हो जाते हैं। नए वाहन की आरसी से एचपी हटाकर रि-फाइनेन्स करवाकर ऋण लेते और फिर भूमिगत हो जाते थे।
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