अजमेर

फिर बाहर आया जगन गुर्जर का ‘जिन्न , अब दी विधायक मलिंगा को जान से मारने की धमकी

– वीडियो किया वायरल, बोले अपशब्द
– पूर्व एसपी शेखावत एवं वर्तमान एसपी मीणा के लिए भी अपशब्दों का इस्तेमाल
– पिछले महीने ही जमानत पर बाहर आया है पूर्व दस्यु
– बाड़ी में फायरिंग और बाजार बंद कराने को लेकर है विवादों में

अजमेरJan 23, 2022 / 02:00 am

Dilip

फिर बाहर आया जगन गुर्जर का ‘जिन्न , अब दी विधायक मलिंगा को जान से मारने की धमकी

धौलपुर/बाड़ी. पिछले महीने ही जमानत पर जेल से छूटा पूर्व दस्यु जगन गुर्जर एक बार फिर चर्चाओं में है। इस बार जगन ने एक वीडियो वायरल किया है जिसमें वह बाड़ी विधायक गिर्राज्सिंह मलिंगा को जान से मारने की धमकी देते हुए आगामी विधानसभा चुनाव में हराने की बात कह रहा है। वीडियो में जगन जिले के पूर्व एसपी केसर सिंह शेखावत और वर्तमान एसपी शिवराज मीणा के बारे में अपशब्द कह रहा है। बता दें, जगन पिछले महीने ही जमानत पर अजमेर जेल से छूट कर आया है। आते ही वह एकबार फिर विवादों में पड़ गया है। जगन को जुलाई 2021 में सोनेकागुर्जा, इब्राहिमपुर व बाड़ी में फायरिंग के बाद बाड़ी सदर थाना पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद से ही वह जेल में था। दिसंबर 2021 में वह जमानत पर छूटा है।
यह बोला जगन

जगन ने वीडियो में विधायक मलिंगा को लेकर अपशब्दों का प्रयोग किया है। उसने कहा कि बाड़ी में बाजार बंद कराने को लेकर उसे झूठा फंसाया जा रहा है। वीडियो में उसने कहा कि विधायक उस पर जबरन रासुका लगवाना चाहते हैं। जगन ने पूर्व विधायक जसवंत गुर्जर को लेकर भी वीडियो में अपशब्द कहे हैं।
‘डीजीपी कर रहे हैं पक्षपातÓ

विधायक मलिंगा ने जगन की वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए राजस्थान के डीजीपी पर भी आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि नए डीजीपी और पूर्व विधायक गुर्जर में आपसी साठगांठ है। यही कारण है कि हमारे क्षेत्र से जितनी भी ऐसे डकैत, गुंडा एवं असामाजिक तत्वों की फाइलें विचाराधीन हैं उन्हें अब तक हाथ तक नहीं लगाया गया। डीजीपी कारण बताएं कि वह इस तरह का पक्षपातपूर्ण रवैया को क्यों अपनाए हुए हैं। मीडिया के सवाल पर विधायक मलिंग ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास गृह विभाग है। उनको भी इसका जवाब देना चाहिए।
बाड़ी के लिए जान भी कुर्बान: मलिंगा

वीडियो सामने आने के बाद विधायक मलिंगा ने पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि कुछ दिन पूर्व जगन बाड़ी के बाजार में आया और गरीब दुकानदारों से मिठाई-सिगरेट बिना पैसों के मांग कर ले गया। जब लोगों ने विरोध किया तो इस ने फायरिंग कर दी, जिससे व्यापारी डर गए और कुछ दिन तक बाजार जल्दी बंद होने लगे। जब मुझे इसकी जानकारी मिली तो मैंने पुलिस का पहरा बढ़ाया। जिससे लोगों में सुरक्षा के प्रति भरोसा बढ़ा है। उन्होंने कहा कि वे किसी की धमकियों से नहीं डरते हैं। बाड़ी के लिए वे किसी से भी टकराने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि वीडियो बनाकर धमकाने वालों को वे गंभीरता से नहीं लेते हैं। ऐसे लोग जगह बताएं, मैं वहीं आने को तैयार हूं लेकिन, बाड़ी के लोगों को किसी तरह परेशान नहीं होने दिया जाएगा।
पूर्व विधायक पर लगाए आरोप

मलिंगा ने आरोप लगाया कि लगातार चार बार से बाड़ी से चुनाव हार रहे पूर्व विधायक जसवंत सिंह ऐसे असामाजिक तत्वों को आश्रय देकर बाड़ी में अशांति फैलाना चाहते हैं। यह सारा काम पूर्व विधायक की शह पर किया जा रहा है लेकिन, मैं किसी भी स्थिति में अपने विधानसभा क्षेत्र में गुंडागर्दी नहीं होने दूंगा। मलिंगा ने कहा कि कुछ दिन पूर्व ही पूर्व विधायक गुर्जर ने डकैत केशव एवं जगन गुर्जर के बीच राजीनामा कराया है। इनका बाड़ी में अशांति फैलाने का षड्यंत्र है जो कभी सफल नहीं होने दिया जाएगा।
इनका कहना है

फिलहाल जगन जिले में नहीं है। जगन ने जिले से बाहर से मध्यप्रदेश या उत्तर प्रदेश से वीडियो वायरल किया है। उसकी तलाश में कई टीम बना कर विभिन्न स्थानों पर दबिश दी जाा रही है। जल्द ही वह पुलिस की गिरफ्त में होगा।
– शिवराज मीणा, पुलिस अधीक्षक, धौलपुर
यह रहा जगन का सफर

– 1994 में जीजा की हत्या का बदला लेने पत्नी और तीन भाइयों के साथ बीहड़ों में उतर गया। उसने अपना गैंग बना लिया और डकैती शुरू कर दी।
– 2008 में राजस्थान में गुर्जर आंदोलन के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के धौलपुर स्थित महल को बम से उड़ाने की धमकी दी।
– पुलिस ने जगन पर 11 लाख रुपये का इनाम रखा। इसके बाद जगन चंबल का सबसे बड़ा डकैत बन गया।
– 30 जनवरी, 2009 को कैमरी गांव के जगन्नाथ मेले में कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सचिन पायलट के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
– करीब 8 साल तक जेल में रहने के बाद 6 मार्च, 2017 को जगन गुर्जर को राजस्थान हाई कोर्ट से जमानत मिल गई।
– 2017 में धौलपुर विधानसभा उपचुनाव में जगन ने अपनी पत्नी ममता को निर्दलीय चुनावी मैदान में उतारा। ममता बुरी तरह से चुनाव हार गई।
– 19 अगस्त, 2018 की शाम को जगन ने फिर से सरेंडर कर दिया।
– 13 जून 2019 को जगन डांग के सायपुर करनसिंह का पुरा में पहुंचा। गांव की औरतों को बिना कपड़ों के पूरे गांव में घुमाया।
– 27 जून 2019 को जगन गुर्जर ने डांग इलाके में बाबू महाराज मंदिर में सुबह 7 बजे पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया।
– जुलाई 2021 में 6 और 7 तारीख को गृह कलेश के चलते अपने साले और मामा ससुर के घर में जाकर फायरिंग और मारपीट की घटना को अंजाम दिया।
– 4 सितंबर 2021 को भभूतिपुरा के जंगल से गिरफ्तार किया गया।
– 21 सितंबर को अजमेर सिविल लाइन थाना पुलिस ने धौलपुर जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया।
– दिसंबर 2021 में जगन जमानत पर बाहर आया।
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