इनकों सौंपी थी जांच डिस्कॉम्स चेयरमैन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए निगम ने तकनीकी निदेशक की अध्यक्षता में सभागीय मुख्य अभियंता (अजमेर जोन),सीनियर एओ (अजमेर जोन) की जांच कमेटी को जांच सौपी थी। ऊर्जामंत्री को भेजी गई शिकायत के अनुसार किशनगढ़ क्षेत्र में एक टाउनशिप निर्माता कम्पनी ने चार घरेलू विद्युत कनेक्शन के आवेदन किया। इस पर सहायक अभियंता ने कहा कि यहां पूर्व में टम्प्रेरी कनेक्शन के बिल की राशि बकाया चल रही है पहले उसे जमा करवाया जाए। इस पर आवेदक ने कहा कि टम्प्रेरी कनेक्शन हमारे द्वारा नहीं लिए गए और हमारे परिसर पर भी नहीं लिए गए,लेकिन सहायक अभियंता ने पहले बकाया जमा करवाने के लिए कहा। इसके बाद मामले की शिकायत की गई।
9 लाख बकाया के बाद भी दे दिए 29 कनेक्शन किशनगढ़ में 80 बीघा में टाउनशिप निर्माण के लिए वर्ष 2012 में चार टम्प्रेरी कनेक्शन लिए गए। वर्ष 2015 तक तक निर्माण कार्य होता रहा। टेक्सेसन से बचने के लिए निर्माता कम्पनी ने चार फर्मे बना ली। निगम की ऑडिट टीम ने पाया कि जो टम्प्रेरी कनेक्शन जारी किए गए उनसे ट्रांसफार्मर का 6 लाख रूपए रेंट नहीं लिया गया। इस पर 3 लाख रुपए का ब्याज सहित कुल 9 लाख रूपए की राशि बकाया हो गई। लाखों बकाया के बावजूद अभियंताओं ने यहां 29 स्थाई कनेक्शन जारी कर दिए। वर्ष 2018 में निगम ने बकाया जमा करवाने का नोटिस दिया लेकिन राशि जमा नहीं करवाई गई। हाल ही चार और कनेक्शन के लिए निगम को आवेदन प्राप्त हुए। इसके बाद निगम के मुख्य अभियंता ने बकाया जमा होने के बाद ही कनेक्शन जारी करने के निर्देश दिए। कनेक्शन रुकते ही हल्ला मचा और मामला ऊर्जा मंत्री तक पहुंचा।
इनका कहना है प्रथम दृष्टया जिम्मेदार मानते हुए निलम्बन की कार्रवाई की गई है। इसकी पालना रिपोर्ट भेजी गई। जांच अभी जारी है जो भी जिम्मेदार होंगे उन पर भी कार्रवाई की जाएगी। मामले को सटेलमेंट कमेटी के जरिए निस्तारित करने के निर्देश दिए गए है।
वी.एस.भाटी, एमडी,अजमेर डिस्कॉम read more: पावर ट्रांसफार्मर फेलियर पर 19 अभियंताओं पर चार्जशीट