ब्यावर रोड एचएमटी के पीछे दीप दर्शन कॉलोनी हाल मेयो लिंक रोड निवासी संजय माइकल ने बताया कि वह 24 मई सुबह 7 बजे पत्नी व दोनों बेटों के साथ जयपुर से अजमेर के लिए रोडवेज बस से रवाना हुआ। किशनगढ़ में रोडवेज बस खराब हो गई। परिचालक ने उन्हें दूसरी बस में बैठा दिया। दूसरी बस में उसके परिवार के सदस्यों को अलग-अलग सीट मिली। उसका चौदह वर्षीय बेटे के पास बैग था। बेटे के पास बैठे व्यक्ति ने बैग अपने पास रखवा लिया जबकि उसके पास बैठे व्यक्ति ने उसकी सीट बदलकर उसे आगे भेज दिया। अजमेर पहुंचने पर चारों बस से उतर कर घर चले गए। घर पहुंचकर बैग देखने पर उसमें सोने की अंगुठी, दो सोने की चैन, एक जोडी सोने के टोप्स, चांदी की पायल, चांदी का ब्रेसलेट(जय लिखा हुआ) और दो घडि़यां नहीं थी। पुलिस ने संजय माइकल की रिपोर्ट पर चोरी का मुकदमा दर्जकर संदिग्धों की तलाश शुरू कर दी।
जयपुर से थी नजर संजय माइकल ने बताया कि संदिग्ध तीनों युवक जयपुर से उनके साथ सफर कर रहे थे। किशनगढ़ में बस बदलने के दौरान तीनों अलग-अगल जगह तीन सीट पर बैठ गए। ऐसे में उसके परिवार के भी अलग-अलग जगह बैठना पड़ा। बाद में संदिग्धों मे से एक युवक ने उससे सीट बदल उसको आगे भेज दिया। इसके बाद आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया।
सीसीटीवी में दिखे संदिग्ध संजय माइकल ने बताया कि पुलिस ने रिपोर्ट मिलने के बाद तुरन्त अजमेर रोडवेज बस स्टैंड पर लगे सीसीटीवी की फुटेज को खंगाला। सीसीटीवी फुटेज में तीनों संदिग्ध युवक बस स्टैंड पर नजर आ गए। पुलिस उनकी सरगर्मी से तलाश में जुटी है।