अजमेर जिले के केकड़ी कस्बे में दीपावली के दूसरे दिन यानि गोवर्धन पूजा के बाद गुरूवार को ये अंगारों का युद्ध शुरू हो गया। जो देर रात तक चलता रहेगा। इस दौरान कई लोग एक-दूसरे पर अंगारे बरसाते रहते हैं, जिसमें कई लोग बुरी तरह से झुलस भी जाते हैं। गोवर्धन पूजा वाले दिन शाम को बेलों का पूजन किया जाता है। इस दौरान सिर्फ एक ही पटाखा फोडा जाता है, जिसे ‘गंगा-जमुना’ कहा जाता है। इस पटाखें को जलाने के बाद कुछ देर तक तो इसमें फव्वारें निकलते है, उसके बाद जोरदार आवाज के साथ ब्लास्ट होता है।
इस परंपरा की आड़ में कतिपय असामाजिक तत्व यहाँ मुख्य बाजारों और गली मोहल्लों में भी एक दूसरे पर जलते पटाखे फेंक कर माहौल को दूषित करने से बाज नहीं आते हैं। अंगारो के इस खेल में महिला पुरुषो सहित बच्चो के जलने की घटनाएं आम बात हैं वही आग लगने से भी काफी नुकसान होता हैं।