खाचरियावास ने भाजपा को आढ़े हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार के खिलाफ दो साल में भाजपाई कोई आंदोलन नहीं कर सके। इनके नेता गुलाबचंद कटारिया तो तो शूरवीरों-महापुरुषों के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग कर रहे हैं। ना यह बुद्ध ना महावीर ना राम और कृष्ण के सगे हैं। इन्हें सिर्फ वोट की राजनीति करनी आती है।
दूसरों की चिंता, घर में वैक्सीन की कमी कोरोना वैक्सीन की कमी पर खाचरियावास ने कहा कि मोदी सरकार विदेशी मुल्कों को वैक्सीन निर्यात कर रही जबकि घर में पर्याप्त टीके नहीं हैं। सरकार को पहले जनता का ध्यान रखना चाहिए। सभी उम्र के लोगों के लिए टीके अनिवार्य करने चाहिए, ताकि टीकाकरण शत-प्रतिशत सफल हो।
बोलकर भूलने में माहिर पीएम मोदी और केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए खाचरियावास ने कहा कि दो करोड़ लोगों को प्रतिवर्ष रोजगार, खातों में 15-15 लाख, भ्रष्टचार खत्म करने के लिए नोटबंदी जैसे हजारों वायदे खोखले साबित हुए। कृषि विधेयक लाकर किसानों की कमर तोड़ दी। पूंजपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए निजीकरण की नीतियां बनाई जा रही हैं। गुजरात के मुख्यमंत्री रहते मोदी मनरेगा को कोसते थे। उसी मनरेगा ने कोरोना संक्रमण काल में रोजगार दिया है।