बैंगलूरू से अजमेर आ रहा था ट्रक पुलिस अधीक्षक जगदीशचन्द्र शर्मा ने बताया कि अवैध रूप से तस्करी कर लाई जा रही लकडिय़ों से भरा ट्रक बैंगलूरू से अजमेर आने की सूचना मिली। पुलिस को लकड़ी से भरा ट्रक हाइवे पर होटल साहिल पर खड़ा मिला, लेकिन चालक व खलासी नहीं मिले। पूछताछ में जानकारी मिली कि रिकवरी का काम करने वाले खरवा निवासी अफजल चीता, मांगलियावास निवासी मेघराज व सुखपाल ट्रक चालक व खलासी का अपहरण कर ले गए,जिन्होंने फिरौती मांगी है।
ट्रक में करीब 25 क्विंटल चंदन की लकड़ी लोकेशन के आधार पर पुलिस टीम ने तलाशी ली तो एक फ्लैट में चालक व खलासी कमरे में बंद मिले। दो आरोपी निगरानी कर रहे थे। पुलिस ने इन्हें धर-दबोचा। पुलिस ने फोन पर ट्रक मालिक से बात की तो उसने बताया कि चालक व खलासी रोका हुए हैं। आरोपी खुद को पुलिस वाला बता रहे हैं। ट्रक में करीब 25 क्विंटल चंदन की लकड़ी है, चालक व खलासी और ट्रक छोडऩे की एवज में 30 लाख की मांग की गई। ट्रक मालिक की ओर से 17 लाख रुपए हवाला कराना भी प्रारिम्भक पड़ताल में सामने आया है। पुलिस ने जब्तशुदा लकडिय़ों का वन विभाग की टीम से निरीक्षण कराया तो इसके प्रतिबंधित खैर की लकड़ी होने की बात सामने आई। चंदन की लकड़ी के तौर पर पहचान नहीं की गई है।
पुलिस ने प्रतिबंधित लकडिय़ों के मामले में चालक हसन व खलासी मौहम्मद आमिर के खिलाफ और ट्रक चालक की रिपोर्ट पर छीपा मौहल्ला, खरवा निवासी अफजल, सुखपाल, मेघराज, अंकित, विजय के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया।
इन्हें किया गिरफ्तार अजमेर निवासी चेतन एडविन, स्थानक के पास खरवा निवासी अंकित जैन, मांगलियावास निवासी विजय जाट, कल्याणगिरी नगर, मैसूर निवासी मौहम्मद आमीर, सिटी मार्केट बापूजी नगर बैंगलूर निवासी हसन खान को पुलिस ने गिरफ्तार किया।