पतंग कटे, जिंदगी की डोर नहीं
पतंगबाजी के दौरान बढ़ रहे चपेट में आने के हादसे - दुपहिया वाहन चलाते समय धातुमिश्रित मांझे से बचें

अजमेर. शहर में पतंगबाजी के परवान चढऩे के साथ ही मांझे से कटने वाली दुर्घटनाएं भी होना शुरू हो गई हैं। ऐसी है एक घटना एक दुपहियावाहन चालक के साथ पेश आर्ई। उसके चेहरे से मांझा धातुमिश्रित मांझा टकराया। जब तक वह गाड़ी रोकता तब तक उसकी आंख की ऊपरी पलक पर कट लग गया। आंख से बहते हुए खून के साथ उनको अस्पताल ले जाया गया। जहां पर प्राथमिक उपचार के बाद उनको छुट्टी मिल गई। मांझे की वजह से उसकी आंख के ऊपर चोट जरूर आई लेकिन समय रहते जैसे-तैसे वाहन रोक लेने से आंख बच गई।
शहर में अब इस तरह के हादसों की संख्या बढ़ गई है। स्कूल की छुट्टियां होने की वजह से इस बार शहर में पतंगबाजी भी ज्यादा हो रही है। इस वजह से मांझे के कट से होने वाली दुर्घटनाओं में भी इजाफा होने की संभावना है। पक्षियों के साथ भी मांझे की चपेट में आने की घटनाएं हो रही हैं।
इस्तेमाल और बिक्री पर प्रतिबंध
धातुमिश्रित मांझे के उपयोग और बिक्री पर प्रतिबंध है। लेकिन इसके बावजूद चाइनीज और धातु मिश्रित मांझे का उपयोग पतंगबाजी में हो रहा है।
यह रखें सावधानी
-घर से बाहर निकलें तो कांच सहित हेलमेट का उपयोग करें
- गर्दन को मोटे कपड़े से लपेट कर रखें
- दोपहिया वाहन में आगे की ओर किसी बच्चे को नहीं बैठाएं
-यदि शरीर को मांझा छूता है तो तत्काल वाहन रोक दें
- मांझे से कटने पर उस पर कपड़ा बांध कर तुरंत डॉक्टर के पास जाएं
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